Page 60 - केंद्रीय विद्यालय बड़ोपल ई- पत्रिका
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भशक्षक
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जीवन को जीना लसिा दते ह लशक्षक ....
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जब चगरते ह तब उठा दते ह लशक्षक
जीवन को जीना लसिा दते हैं लशक्षक
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हर ववधाथी की क्जंदगी को रोशन कर दते ह लशक्षक
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कभी गुथस में तो कभी प्यार स क ु छ लसिा दते ह
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लशक्षक
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मन में ज्ञान का द पक जगा जाते ह लशक्षक
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हर मुक्श्कल घड़ी में मुथक ु राना लसिा दतें ह लशक्षक
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जीवन को जीना लसिा दते ह लशक्षक
जीवन को जीना लसिा दते हैं लशक्षक
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जीवन को जीना लसिा दते हैं लशक्षक......
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िंवशका – 8
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