सुविचार
1. हम ककसी क साथ अच्छा नह ं कर सकते
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तो हमें ककसक साथ बुरा भी नह करना
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चाहहए!
भला ककसी का कर न सको
तो बुरा ककसी का मत करना
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पुष्प नह बन सकते तो
तुम काट बन कर मत रहना I
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2. जो दूसरों क ललए गड्ढा िोदता ह वह िुद
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उसमें ह चगरता ह!
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यनशा- 5
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