Page 68 - केंद्रीय विद्यालय बड़ोपल ई- पत्रिका
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सुविचार
सफलता हाथों की लकीर में नह ,
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माथ क पसीन में लमलती ह
महानता कभी ना चगरन में नह ,
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बक्ल्क हर बार चगरकर उठन में ह
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जीतने का मजा तब आता ह ै
जब सभी लोग आपकी हार का इतजार कर रह होI
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एक लमनट में कभी क्जंदगी नह बदलती ह लककन
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एक लमनट में सोच कर ललया गया फसला आपकी
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पूर क्जंदगी बदल सकता हI
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उड़न में बुराई नह ह आप भी उड़ सकते हो
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लककन उतना ह जहां स जमीन साफ हदिाई दती
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हो।
आरजू - 9
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