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दिम� से सरि�त िनकलन के बाद, पौलस अरब
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देश चला गया, जहाँ मु� �प से परम�र उसक
साथ एक ग� की तरह था।
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यहा उसन पिवत्रशा� का अ�यन िकया और
मसीह म� अपन िव�ास को बढ़ाया।
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उसक बाद वह दिम� म� लौट आया और अपन े
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प�रवतन के तीन साल बाद पौलस न य�शलम की
यात्रा की।
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हम सभी जानत ह� िक
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तरसस के दु� शाऊल
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न ��फनस और
अनिगनत अ� लोगों
के साथ �ा िकया था। सभी लोगों म� से, सबस े
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पहल मुझे �मा करना
चािहए--
-- तीन बार इनकार करन े
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के बाद भी, मर प्रभु यीश ु
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हमन वष� पहल उसक न मुझे पूण� �मा िदया, इस
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पर �ान करत �ए --
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प�रवतन के िवषय म� सुना था,
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लिकन अब उसक िवषय मे
कम सुनाते है। --िफर भी म� तेरी
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िचता म� सहभागी
अचानक वह हमारी �ँ, याकब।
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�ीकित चाहता है। हम
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उस पर कै स भरोसा कर
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सकत ह�?
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पतरस, याकब,
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यह�ा -- तुम
सभी सुनो!
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म� पौलस के
साथ �ँ! यह
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प�रवतन
वा�िवक है!
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उसक �यं के मुँह के
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�ारा म�न सुना है “ यीश ु
के �ारा, िव�ास करन े
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वाल सभी को अन�
जीवन िदया जाता है।”
�ा कोई ऐसा ���
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िजसक पास पिवत्र
आ�ा न हो, ऐसी बात
कह सकता है?
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20 20 गलितयों 1:11-12, 15-18; प्र�रतों के काम 9:26; म�ी 26:74
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गलितयों 1:11-12, 15-18; प्र�रतों के काम 9:26; म�ी 26:74