Page 27 - HINDI_SB54_Acts2
P. 27
ु
े
ु
“अगले िदन दोपहर के करीब, जब करनिलयस के
�
े
िसपाही शहर के पास थे, पतरस प्राथना करन के
े
िलए छत पर चढ़ गया। वह भूखा था और उसक
ै
िलए भोजन तयार िकया जा रहा था…”
पतरस, उठ,
मार और
खा।
तू जानता है िक म�न े
कभी कोई अशु� व�ु
नहीं खाई।
िकसी भी चीज को
अशु� मत कह िजसे
े
े
परम�र न शु� कहा
है।
म� वही �ँ िजसे तुम ढूँढ़
रहे हो। तुम �ों आए ु े ु
हो? सूबेदार करनिलयस
�
े
न हम भेजा है।
�
एक पिवत्र �गदू त न े
�
उसे िनदश िदया िक तू
े
उसक घर आए तािक
तेरी बातों को सुन
सके ।
म�
जाऊगा।
ँ
“यह तीन बार �आ, और
े
िफर आ�ा न पतरस को
े
बताया िक नीच तीन पु�ष है
े
िजनक साथ उसको जाना
था।”
काम
�रतो
के
े
ं
े प्र
प्र�रतों के काम 10:9-23
10:9-23
25 25