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लिकन इस घटना न इस नए
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िव�ास के भीतर एक �षपूण�
लड़ाई को ज� िदया -
अ�जाितयों के बीच खतना
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की भिमका।
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तू न के वल खतनारिहत अपन काय� का इस दश�न म� परम�र न े
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प�षों के घर गया - ��ीकरण करन के �� �प से मुझे कु छ भी
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ब�� तून उनक साथ िलए - यही कारण है अशु� न कहन के िलए
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भोजन खाया! िक म� य�शलम े
आया �ँ। कहा था िजसे उसन शु�
कहा है।
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इसक अित�र� परमेश् वर
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न �ीकित दे दी यहा तक
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िक अ�जाितयों न अन�
जीवन, पश् चाताप का यह
उपहार के �प म पाया।
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े प्रे�रतों के काम 11:1-18
28 28 प्र�रतों के काम 11:1-18