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ं
         इसान





         इसान िो पुिला ह            ै
           ं

                                             ं
                         े
         जो झूठ स िरा और अहकार स सजा है
                                                       े
                   े
                                                        ं
                                                     े
         पल म जीिन की धूप छाि म रग बिल                              े
                       े
                ं
         हर रग िख खुि पर गिथ कर                    े
                           े
         पुिला बनान िाला िी पछिाए
         ईि िब कह-–
                           े

                 े
         ""मैंन बनाया शमट्िी स,
                                           े
                     े
         ना जान यह कब बिला ?

         मैंन सजाया खुशियों स ,
                                          े
              े
                                           े
           रग िर सब क ु िरि क ,
             ं
                     े
                          े
                                                 े
                                            े
         पर ना जान कब दिखाि म बि बिल                           े
                                                                                           नसीब
                        े
         अपनी झूठ गुरुर ,झूठी िानमें,
                                                      े
           अपना जीिन िज़ूि  सब िूल।।

                                                                      ज़ऱूर कोई िो शलखिा होगा

                      ै
         खुिबू  रिास
                                                                    कागज़ और पत्र्र का नसीब
         12 सी

                                                                      िरना यह मुमककन नही की
                                                                                                          ं


                                                                             कोई पत्र्र ठोकर खाए




                                                                      और कोई कागज़ की रद्िी.



                                                              कोई गीिा और पुराण बन जाए।





                                                                                          दहमानी खैिाल
                                                                                                         11d




                           Change is the end result of all true learning.
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