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मै आरोही हँ ू
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--------याद आती है व ह सुबह .. ब मैं छ त की सीहढ़यौं प र बैठी हई
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र्ी।बहत उदास औ र दुुःख से म न भारी ।नकारात्मकता इतनी प्र ब ल र्ी
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कक प्रकतत का सौंदया भी औझल हो रहा र्ा । बार बार नकारात्मक
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ववचार जीवन में आ ई उर्ल-पुर्ल को ही हवा द े रह र्े। मौसम अच्छा
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र्ा ।मंद-मंद हवाए च ल रही र्ी। मुस्त्कराता हआ लाल अ रु ण अपनी
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मदुल ककरणें त्रबखर रहा र्ा। सुबह की मीठी धूप में सारी प्रकतत
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चमकदार होती जा रही र्ी। चहचहाती हई सुदर पक्षक्षयौं का स्त्वर ए क
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छ ण मरीउदासीकोभंगक र रहा र्ा। प्राकततकसौंदया कोमैन तनहारा
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तो बहतसूकन लगा। मानो ये स ब इशारौंमे मुझस कछ क ह रह हो।
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न ए उमंग औ र उल्लास का संकत द े रही हो। प्रकतत में कछ तो हैं, जो
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मुझे स म झ नहीं आरहार्ा।मैं अपन उदासओ र दुुःखीम न कोभुलकर
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इ स प्रकततकोजानन औ र समझन लगी।म न कोशांतककयाऔ र इ स
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सुबह क े मनोहर दृश्य को तनहारनें लगी। ठडी हवा च ल रही र्ी।वो म न
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को शीतल क र रही र्ी। तभी मरी नज़र दो नन्ही चींहटयौं प र पडी। वे
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दोनौं भोजन क े छोट से ट ु कडे को लकर जा रही र्ी। जो भोजन क े दान े
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इनस बडे र्े।मैन सोचाककइनकाहौसलाककतनाज्जयादाहैं खुदसे बडा
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ट ु कडे कोककतन उत्साहसे लकरजारहीहैं।
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Music is a language the whole world speaks.