Page 13 - HINDI_SB63_Revelation4
P. 13
हमारे परमेश्वर की
स्तुति करो,उसके सब
सेवकों, उसके सब
डरवैयों,क्या छोटे
क्या बड़े!
आमीन, आमीन,
हाल्लेलुयाह! हाल्लेलुयाह!
आमीन,
हाल्लेलुयाह! धन्यहैंवेजोमेम्नेकेव
िवाहभोजमेंआमंत्रि
तहैं!
हाल्लेलुयाह! प्रभु की स्तुति हो!
उद्धार हमारे परमेश्वर की ओर
से है।आदर और अधिकार सिर्फ
उसी का है; क्�योंकि उसके
निर्णय धर्म के और सच्�चे हैं।
उसने उस महान वेश्या को
दण्डदिया है जिसने अपने पाप से
पृथ्वी को भ्रष्ट किया और उसने हाल्लेलुयाह!
अपने सेवकों की हत्या का बदला उसकेजलने का धुंआ
लिया है। हमेशा-हमेशा के लिए
उसने उससे अपने उठता रहेगा।
दासोंके लहू का पलटा
लिया है
हाल्लेलुयाह, क्योंकि
हमारा प्रभु
परमेश्वर,सर्वशक्तिमान,
राज्य करने लगा है! ऐसा मत
करो!
आओ हम आनन्दित हों, मगन मैं तेरा और उन सभी
हों, और उसकी महिमा करें, काएक संगीदास हूँ जो
क्योंकि मेम्ने का विवाह आ यीशु की गवाही देने में
स्थिर रहते हैं।
गया है, और उसकी दुल्हन ने
स्वयं को तैयार कर लिया है।
परमेश्वर की
आराधना करो!
[2]
उसे
चमकीला,शुद्ध
और महीन मलमल
पहनने को दिया
गया।[1]
[1]महीन मलमल पवित्र लोगों के
धर्म के कामों का सूचक है।
[2] बाइबल स्वर्गदूतों की आराधना करने से मना करती प्रकाशितवाक्य 19:1-10
प्रकाशितवाक्य 19:1-10
है।सिर्फपरमेश्वर ही आराधना के योग्य है।
11 11