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“तब म� न उसक दािहन हाथ म जो िसहासन पर बैठा था, एक
पु�क देखी िजस पर दोनों ओर िलखा �आ था, और वो सात
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महरों से बंद की गई थी।” [1]
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महरों को तोड़न े
और पु�क को
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खोलन के यो�
कौन है?
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“पर� �ग म� या पृ�ी पर या पृ�ी के नीच े
कोई भी उस पु�क को खोल नहीं सका –
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और यहा तक िक कोई उस पर �ि� भी न
कर सका।”
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“म� िबलख-िबलखकर रोन लगा, �ोंिक कोई नहीं
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िमला जो उस पु�क को खोलन या उस पर �ि�
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डालन के यो� हो।” “तब प्राचीनों म� से
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एक न मझसे कहा:”
रो मत! देख, य�दा के
गोत्र का वह िसंह, जो
दाऊद का मूल है,
िवजयी �आ है।
वह पु�क और
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उसकी सातों महरों
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को खोलन म स�म
है।
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[1] यह सभवत: पृ�ी का अिधका�रक द�ावज है। रोम के
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अिधका�रक द�ावजों की तरह - इसे सात महरों से बंद कर िदया
गया था।
प्रकािशतवा� 5:1-5
प्रकािशतवा� 5:1-5
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