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                                          े
               हम  लाल  पो ता  फ ू ल'  क>  दखभाल  भी  कर  रह     अभी  तक  एक  अगोचर  और  अलœ त  तीथ  थल
                                                                  ै
               ह                                                 ह,
                 g
               जो उग रह!ं हg उन मैदान' पर                        एक खंZडत भूखंड,
               जहां वीरता का सÚचालन 9कया गया था                  एक सै%नक का समाUध थल    -
                                                                       ै
                                   े
               आसमान क> ओर संकत करते 1दखते                       लेटा ह जहां एक युवा फ ू ल,
               ये फ ू ल कहते ह,                                  वह  इंसान  िजसे  नफरत  क>  चीज़  बनाया  गया
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               वीर' का खून कभी नMट नह!ं होता                     जब मुरझा गई थी आज़ाद!     ( तभी वह मृत ह )
                                                                                                        g
                              े
               बिnक “लgडस  क मैदान' पर
                                                                 सभी जगह शह!द' क> क‹' को फ ू लPवह!न
               मृतक' क ऊपर Lखल
                                  7
                       े
                                                                 और साफ कर 1दया गया
               इन फ ू ल' क> ला#लमा को एक चमक उधार दता
                                                         े
                                                                                        े
                                                                 अभी भी सभी तोपखान' क गोले Uचnला रह ह
                                                                                                          g
                                                                                                        े
                 ै
               ह ।
                                                                 जब युW इस एकांत गुमनामजगह को बंद कर        -
                                    े
                                                          7
               और अब हम अपना रह हg मृतक' क सJमान म
                                               े
                                                                 दगा
                                                                  े
               मशाल और लाल पो ता
                                                                                            े
                                                                 कई तीथ  थल ख?म हो जाएंग
                                        7
               भय नह!ं आप लोग शूSय म 1दवंगत हो गए हो
                                                                                                  ै
                                                                                          7
                                                                 और फ ू ल इस बंजर भूखंड म रौनक फलाएंगे
                       7
               हम सीखगे वह सबक जो रचा ह
                                            ै
                                                                 और कई साल' बाद उनपर +#सPW उतरगी
                                                                                                    े
               आपने ×लgडस  क मैदान' पर ।
                              े
                                                                 ले9कन सभी साद $ॉस पर कई £दय
                                                                                े

                                                                            े
                                                                                         7
                                                                 उनको खो दने क>  मृ%त म
               जॉन AवNलयम  z6{स
                                                                                े
                                                                               7
                                                                 दुःख को टांग दग ।
               जॉन  Pव#लयम   š!Šस  एक  अं–ेज़  सै%नक  और

                                े
               +थम  Pव`वयुW  क  कPव  थे.   उनका  जSम  24
                                                                 मैCयू कॉOस
                                     7
               माच  1916 को इंलgड म हआसाजÛट क dप म        .     एक वÌत तुम खु9फया dप से कर!ब थे,
                                                  े
                                                         7
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                                   े
              काय रत जॉन सोममे क युW म घायल हए और                अब लगभग अनावृत हो
                                           7
                                                    ु
                                    े
                 दस मह!ने बाद  . उसक बाद लापता हो गए1 मई
                                                                        े
                                                                 शां%त  न  अपना  भरपूर  बड़yपन  तुमको   1दखाया
               1917  को  उनक>  मृत  दह  +ाyत  हई  उस  समय        ह
                                      े
                                                ु
                                                                  ै
               उनक> उŒ 31 वष  थी मृ?योपरांत उनका काDय      .
                                    -
                                                                 सवेर क> ढलती धूप
                                                                     े
               सं–ह  +का#शत हआ.
                                ु
                                                                 अपरो  बनी तुJहार! प?तेदार पोशाक
               एक सै$नक का समा]ध थल     -                        पेड़' से र1हत तुJहार! जगह पर शाम
                                                                                          ै
               एक सै%नक का समाUध थल     -                        अËत खूबसूरती से नहाती ह
                                                                    ु
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               उस लंबी और अकल! खाई क रा तेपीछ     े -
               जहां लोग' का आनाजाना ह     -,                     बसंत ने कभी पहले
                                        ै
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               जहां बहादुर इंसान शह!द होते ह,                    यहां अपने फ ू ल' का Uच6पट बुना ह
                                                                                                ै
                                                                 बसंती गुलाब क> खु`बू,
               मई – जुलाई                             88                                                                   लोक ह ता र
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