Page 89 - Microsoft Word - word lok hastakshar - Copy
P. 89

े
               गुमराह पीले फ ू लवालेपौध                          और कई जगह पर शा`वत नीले फॉरगेटनॉट         - मी -
                                                                           े
                                                                                े

                                                                                               े
                                                                                                   े
                                                                  े
               hलूबेnल और जंगल! गुलाब                            क  फ ू ल'  क  वाद हालां9क क ु छ  दर!  क  साथ क े -
                                                                                       ै
                                                                         7
               िजनक> खूबसूरती                                    सपन' म दरार आ रह! ह
               LखलLखलाती ग#म य' क समय को                         तो +क ृ %त  य क बीच पनपती ह,
                                                                                              ै
                                                                                े
                                    े
                  े
               घेर म लपेट लेती ह ।                               भाय क> +%तरोधी
                     7
                                 ै
                                                                 जो उसे कमतर दशा ती ह
                                                                                       ै
               यहां +ेमी गहरातीसंzया म 7   -
                                                                               े
                                                                 इस#लए ख़ुशी स अ#भभूत मनुMय
                                   े
               चुरा लेते हg क ु छ अनदखा,
                                                                 घृणा से मृ?यु को हतो?साह करता ह
                                                                                                 ै
                                    ं
               उनक 1दललहर     भीतर ऊची -,
                   े
                                                                 दखते हg सुदर 1दन क बढ़ते जाने क सपन ।
                                                                           ं
                                                                                    े
                                                                                                 े
                                                                  े
                                                                                                       े
               आँख' म +ेम,
                       7

               और बयां करती एक ऐसी कहानी
                                                                                              े
                                                                 उस 1दन का सपना जब बहत स
                                                                                         ु
               िजसका जादू कभी नह!ं घटता
                                                                                     े
                                                                 सfचाई और आज़ाद! क फ ू ल
               कवल वे ह! लोग
                 े
                                                                                          े
                                                                                                       7
                                                                 उन  महान  शह!द  युवाओं क  लह  से  Lखलगे  तब
                                                                                               ू
                              ै
               िजSह'ने 9कया ह +ेम
                                                                 इंसानी ?याग से +ेम क फ ू ल ह'गे अंक ु Kरत
                                                                                     े
               करते हg पूण तया Pव`वास ।


                                                                                                           g
                                                                              े
                         े
               अब तुJहार बीच चीरते हg वे पेड़                     इस +कार Uगर हg जहां युवा, जहां नायक मृत ह
                                                                         े
                                                                   े
                                                                                  े
                                                    ै
               बम क> गोल! का Pवशाल धमाका होता ह                  हरक साद सल!ब क कर!ब फ ू ल' पर बसंत आएगा
                                                                        े
                                                                                                     े
                                                                                                   7
                                                                                      7
               भू#मगत खदान                                       दाइय' क बfचे वसंत म इधरउधर घूमग       -
                             7
                                                                               े
                                                                                       े
                                                                           े
                                                                             7
               तुJह गहर म Pवभािजत करती ह                         और +ेमी दखग वे सपन
                   7
                                            g
                           7
                        े
               और यहां लोग मौत और आतंक क चलते                    वे सपने जो कभी नह!ं करते
                                              े
                       g
               %छपते ह
                                           7
               %छपते  हg  तुJहार!  गुफाओं  म  छरw  क  घातक                                  -  AवAपन चौधर6
                                                    े
                                                                                                          े
                                                                                                 -

               बौछार' क कारण                                                               सं+%त   वतं6 लखन
                        े
                                                                                                    े
                                                                         1008, हाउ#संग बोड  कॉलोनी, स&टर 15 ए,
                         े
               अब तुJहार मzय खंडहरक‹ उजाड़ ह     g /                                              1हसार हKरयाणा
                                    7
                पMट तौर पर वसंत म                                                            मो. 98998-65514

               मई – जुलाई                             89                                                                   लोक ह ता र
   84   85   86   87   88   89   90   91   92   93   94