Page 6 - Microsoft Word - word lok hastakshar - Copy
P. 6

ं
                     ै
                                                                           े
               रखा  ह,  हर  तरफ  स  अशुभ  समाचार  #मलते  हg।    मg 1998 स 2003 तक ब1ठडा पंजाब स %नकाला।
                                   े
                                                                                                    े
                                                                                                  े
                                                                                         े
                              े
                 े
                     े
               दश क बहत  स सा1ह?यकार,  लेखक सा1ह?य  क>          और  उस  समय  पंजाब  स  %नकलन  वाल!  1हंद!
                         ु
                                               े
                                       े
               दु%नया  क>  Pवदा  कह  चुक  हg।  ऐस  म  छटपटाहट   प56काए बहत कम थी। ले9कन ह ता र उ?क ृ Mट
                                                  7
                                                                       ं
                                                                           ु
               का  बढ़  जाना   वाभाPवक  ह।  1हंद!  सा1ह?य  क     काम क #लए जानी जान लगी थी।
                                                                       े
                                                                                      े
                                          ै
                                                            े
               तमाम सा1ह?यकार जो दुभा य स असमय म ह!
                                              े
                                                         7
                                                                9कSह! %नजी कारण' स इस प56का को पांच साल
                                                                                     े
               हमारा  साथ  छोड़कर  चल  गए।  ह ता र  पKरवार
                                      े
                                                                बाद बंद करना पड़ा।
                          े
               क> तरफ स मg उनको ~Wांजल! अPप त करता ह।
                                                           ं
                                                           ू
                                                                                                      े
                                               े
               शायद  यह!  छटपटाहट  थी  िजसन  मुझे  प56का        %नि`चत  हआ  9क  उसी  प56का  को  आग  बढाया
                                                                          ु
                                                                                              7
                                                                               े
                                                                    े
                                                                                     े
               ह ता र 9फर +ारJभ करन का Pवचार 1दया। कई           जाय।  हाँ  हमन  इसक  नाम  म  थोड़ा  पKरवत न
                                        े
                                                                                   े
                                                                       ै
                                                                                                            ै
                                                     े
                             े
               +`न पडुलम स डोलते ह। इस दुPवधा भर क1ठन           9कया ह। ह ता र स लोक ह ता र कर 1दया ह।
                                      g
                      7
                                                                                                         े
                                                                        े
                       7
                            े
               समय म हमार साथ क ु छ हो न हो कPवताय€ जkर         कोPवड क चलते प56का को वेब प56का बनान पर
               ह'गी।  मेर!  यह!  ऊहा-पोह  ,दुPवधा,  संशय  और    ह!  सहमती  बनी  और  काम  भी  शुd  हो  गया।
                                                                                े
                                                                                                        े
                                                                     े
               +`न वKरMठ कPव नरश स&सेना अपनी कPवता म            पुरान ह ता र क क ु छ अंक हम कोलाज़ क dप
                                                            7
                                  े
                                                                                 े
                                                                  7
                                                                                                        े
                                                                                    g
                      g
               करते ह :-                                        म  + तुत  कर  रह  ह।  और  इसी  तरह  स  क ु छ
                                                                मह?वपूण  लेखको, कPवय' क आलेख, कहा%नय' व ्
                                                                                         े
                                                    g
                                      7
                   े
               जैस UचZड़य' क> उड़ान म शा#मल होते ह पेड़
                                                                           े
                                                                                                 े
                                                                कPवताओं क अंश भी + तुत कर रह ह।
                                                                                                   g
                                          7
               &या कPवताय€ ह'गी मुसीबत म हमार साथ ?
                                                े
                                                                 ~ी  सुरश  बरनवाल  जी  ,  ~ी  जगपाल  #संह,
                                                                        े
               मg इसका उ?तर  वयं यह! दता हँ: ‘हाँ’              ~ीमती मीना ी चौधर! क मह?वपूण  योगदान क
                                                                                                            े
                                                                                       े
                                         े
                                             ू
                                                                5बना  यह  काय   संभव  न  था।  इसक  अ%तर&त
                                                                                                   े
               सच ह तो यह! ह 9क कPवताय€ आपका कभी साथ
                               ै
                     ै
                                                                Pवशेष  आभार  लेखक  दो त'  का  िजनस  जो
                                                                                                        े
               नह!ं छोड़ती।
                                                                सहयोग माँगा #मला। सबका आभार Dय&त करता
                                             े
               जब  सा1हि?यक  प56का  %नकालन  क>  बात  दो त'      हँ। अठारह साल पहल या6ा म जो काम छ ू ट गया
                                                                                            7
                                                                                    े
                                                                 ू
               स बात हई तो उSह'न Pवचार को 9$या म बदल            था वह!u स 9फर शुkआत ह|
                 े
                                    े
                                                      7
                                                                         े
                                                                                        ै
                        ु
               1दया।
                                                                                                  े
                                                                इसी  दु%नया  को  गुनती-बुनती,  हा#शय  क>  दु%नया
                                                    े
                      े
               9फर  स  शhद  पढ़  कर  आप  च}क  ह'ग।  इसका         को  दखती  और  मूक  क>  अ#भDयि&त  बनन  का
                                               े
                                                                                                         े
                                                                     े
               खुलासा  मg  कर  दता  हँ।  व तुत:  जब  यह  Pवचार   +यास  करती  आपक  हाथ'  म  द  रह  ह  प56का
                               े
                                                                                                      g
                                                                                  े
                                                                                            7
                                                                                               े
                                                                                                   े
                                    ू
               आया  9क  सा1हि?यक  प56का  %नकाल!  जाय  तो        लोक-ह ता र|
                                                        े
               मुझे अपनी प56का ह ता र याद आ गई िजसको
               मई – जुलाई                             6                                                                   लोक ह ता र
   1   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11