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P. 87

े
               क ु छ 1दन' पहले िजंदा थे जो                       हम बेहोश होकर Uगरने को हए 9फर भी हम आग
                                                                                           ु
                                                                   े
               जो सुबह को महसूस करते थे,                         बढ़:
               सूया  त क> चमक दखते थे,                           यह भी जीवन था।
                                 े
               करते थे +ेम और  वयं +ेम ह! थे,                    जब तक ऊची जगह जाने क #लए हम  मुड़े
                                                                          ं
                                                                                          े
                                                                       े
                                                                                े
               मगर अब                                            घास क साफ़सुथर मैदान' स   े -,
               ×लgडस  क मैदान'  म आराम कर रह ह।                  रात क अंधर म
                                                                           े
                                                े
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                                                   g
                                                                      े
                                                                            े
                                                                               7
                                  7
                                                                 नीचे सड़क पर Uगर रहा था 9फर से क ु हासा
                        े
               दु`मन' क साथ हमार युW को जार!  रखो
                                  े
                                                                 हमार!  थक>  आँख'  पर  मग़Kरबी  +काश  ट ू ट  रहा
               अपने दुब ल  हाथ' से
                                                                 था
                                                          g
                                                        े
                                                  ै
               हम आप लोग' पर मशाल से रोशनी फला रह ह;
                                                                            7
                                                                 बहत सी क‹
                                                                   ु
               आप इसे आगे बढ़ाओ
                                                                          े
                                                                 एक पल क #लए
                य1द आप  हम मृतक'  का Pव`वास तोड़ोग
                                                       े
                                                                 +का#शत हई
                                                                          ु
                                    7
               तो हम आराम नह!ं करगे
                                                                 और वह मृ?यु थी।
                                                           ै
                                          7
                               े
               हालां9क ×लgडस   क  मैदान'  म  बढ़ती  जा  रह!  ह,

               पो ता क> पैदावार।
                                                                 मोइना माइकल

                                                                 मोइना बेले माइकल का जSम अग त 15, 1869
               तीथ'या3ा
                                                                                           े
                                                                 को जॉिज या म हआ  .  +ोफसर थी उSह'ने युW
                                                                                   व
                                                                              7
                                                                                    े
                                                                                ु
               एक मुि`कल रा ता,
                                                                 पीZड़त लोग'  मदद क>युW कPव जॉन मकक्◌े      .
                        े
               धूपछाँव क बीच बौछार 7   -,
                                                                 क> युW े6  पर  आधाKरत कPवता, 'इन ×लgडस
               जहां  सभी   9करण'  ने  धुधले  आसमान  को  छद
                                       ं
                                                          े
                                                                                                       7
                                                                 फ़>nqस' से +भाPवत होकर उसक जवाब म 1918
                                                                                             े
                      ै
               डाला ह
                                                                                       े
                                                                 को '  वी  शैल  क>प  द  फथ'  (हम  Pव`वास  बनाए
               दूसर! जगमग करती पहाZड़यां
                                                                    7
                                                                                                             े
                                                                                                    े
                                                                 रखगे  कPवता  #लखी   ('.  पॉपी  लेडी   क  नाम  स
               िजनका रा ता हमार! राह' से आसान था
                                                                                                    े
                                                                 +#स• मोइना ने पो ता या%न पॉपी क फ ू ल' को
                               7
                        े
               क ु छ गुfछदार क‹,
                                                                 युW  सै%नक'  क>   मृ%त  का  +तीक  बनाया।  10
               जहां लेट! हई हg हमार! आधी  मृ%तयाँ
                          ु
                                                                                             ु
               और  कर!ब  ह!  एक  Pवकट  परछाई  लगातार             मई , 1944 को उनक> मृ?यु हई.

                                ै
               क ु लबुलाती रहती ह
                                                                 हम Pव`वास बनाए रखग
                                                                                       े
                                                                                     7
                यह! जीवन था
                                                                 आहआप    !
                     7
               िजसम हमने एक और बोझ क> तलाश क>,
                                                                                             े
                                                                 जो कर रह हो Pव~ाम ×लgडस  क मैदान' पर
                                                                          े
                            े
                सड़क पर थक हए  पांव' क>
                               ु
                                                                                             े
                                                                                  े
               हमने मदद क>                                       मीठt नींद, नए #सर से उठने क #लए
                                                                 आपक> द! हई मशाल हमन थाम ल! ह
                                                                                                    ै
                                                                                         े
                                                                            ु
                  7
                               े
               हम स}पे गए थक और कमजोर हाथ,
                                                                 और उसे ऊचा उठा #लया ह
                                                                          ँ
                                                                                         ै
               मील' हमने एक दूसर क भार को हnका 9कया,
                                  े
                                     े
                                                                                          े
                                                                 हमार! %नMठा सभी शह!द' क साथ ह
                                                                                                 ै
               मई – जुलाई                             87                                                                   लोक ह ता र
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