Page 6 - Aahaar Kranti Hindi July 2021
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आहार काांति
जुलाई 2021
को ठीक करिा ह,ै तपत्त ए्वं कफ दोष दूर करने में सहयोग करिा है िथा रकि को साफ करिा ह।ै यह राइनाइटटस (नाक सं बं धी समसया), असथमा, खां सी, िां घों में दद्भ, गले और त्वचा के रोगों को कम करने में सहयोग करिा ह।ै बीटा-गलूकनस की उपससथति के कारण िौ त्वषररण में मदद करिा ह।ै फीनोजलक अमल, फल्वे ोनोएड्स, और फोलटे िसै े फाइटोकै धमकलों की अधधकिा के कारण िौ एं टी- आ कसीडेंट, एं टी-प्रोजलतफरेटट्व और का लसे टट् ा ल िथा टट् ाइसगलसराइड्स को कम करने ्वाले गणु ों से भरपूर ह।ै
भारत में जौ का लोक उपयोग
पारं पररक रूप से देश के त्वधभन्न भागों म,ें परु ानी अपच को दूर करने के जलए िौ के सत्तू का उपयोग मां ड के रूप में तकया िािा ह।ै इसके अतिररकि, उत्तर प्रदेश के सोनभरि जिले के आतद्वासी लोग होलारहने ा एं टीतडसटें टट् का के िने की छाल और काली धमच्भ को धमलाकर काढा ियै ार करिे ह।ैं इस काढे को साि तदन िक तदन में दो बार, दो चाय के चममच, रोगी को तपलाने से मलरे रया बखु ार ठीक हो िािा ह।ै
सपुरफूड-नाररयल
गधम् यों के तकसी एक गम्भ तदन, तदनभर की कड़ी महे निके बाद,िबआपथकिािेहैंऔर आपकी शककि ि्वाब दे िािी है ऐसी ससथति
में यतद कोई पये है िो आपको पनु ः िी्वंि और हाइडट् ेट कर सकिा ह,ै िो ्वह है नाररयल पानी। मन्ना सीधे स्वग्भ स!े !
पालम परर्वार का नाररयल (कोकोस नजु सफे रा एल) एक ऐसा ्वृक्ष है जिसकी खेिी िटीय क्षेतों में की िािी है जिससे तक इसकी बहु उपयोधगिाओं का लाभ प्रापि तकया िा सके । इसका उपयोग मखु यिः इसके पोषण ए्वं औषधीय मूलयों के जलए तकया िािा ह।ै साथ ही यह रसोई में एक आ्वशयक घटक के रूप में भी काय्भ करिा ह।ै
आय्वु वेद में इसका ्वणन्भ 4000 ्वष्भ पहले हीतकयािाचकु ाह,ै औरइसेनाम
तदया गया कलप्वृक्ष । कलप्वृक्ष का अथ्भहैएकऐसा्वृक्षिोहर्वह्वसिु उपलबध करा सकिा है िो िी्वन के
जलएआ्वशयकह!ैइसेशीिल(ठंडा), हृदय (हृदय रक्षक), दीपन
(पाचन उत्तेिक), शकु ला
(कामोद्ीपक) ए्वं लघु (प्रकाश) के रूप में िाना िािा
ह।ै आय्वु वैतदक शबदों में यह तपत्त, तपपासा (पयास) से राहि तदलािा है िथा बसिी शजु धिकर (मूत्वधक्भ ) ह।ै
कै लोरी, त्वटटधमन ए्वं खतनिों से भरपूर होने के कारण नाररयल अपने में एक सं पूण्भ आहार है। एक मधयम आकार का नाररयल (5-7 महीने पुराना) जिसमें 400 ग्राम खाद्य गूदा िथा कु छ 30-150 धमली. पानी हो, ्वहएकऔसिवयसककोएकतदनके जलए आ्वशयक लगभग सभी खतनि, त्वटाधमन
और शककि प्रदान कर सकिा है। हरा नाररयल प्रोटीन, खतनि, त्वटाधमन, कै क्शयम, फासफोरस, लौह, कै क्शयम, िां बा, आयोडीन, कलोरीन, सलफर, पोटैशशयम, मैधनिशशयम,
जज्र क, काबवोहाडट् ेट, इलैकटट् ोलाइट् स, एनजाइम, साइटोकाइन, फाइटोहारमोन िथा त्वटाधमन बी का मपलैकस िैसे तक फलोटेस, राइबोफलेत्वन, नाइएजसन, थाइमीन िथा पाइररडा कसीन से भरपूर होिा है। नाररयल में मुखय सं िृपि फै टी एजसड, ला ररक एजसड (1:12 काब्भन फै टी एजसड) होिा है िो रकि में अच्े-एचडीएल
नाररयल अपने में एक सं पणू ्त आहार ह।ै कै लोरी, ववदटवमन एवं खवनजो सेभरपरूहोनेकेकारणएक नाररयल जजसमें 400 ग्ाम खाद्य गदू ा त्ा कु छ 30-150 वम ली. पानी हो, वह एक औसत वयसक को एकददनकेजलएआवशयकह।ै
कोलेसटट्ालके सिरकोबढािाहै।
कु छ लोग इसे ‘िी्वन का रिवय’ भी कहिे
हैं क्ोंतक नाररयल का दूध माूँ के दूध के
समान ही होिा ह।ै शीिल नाररयल पानी एक प्राकृ तिक आइसोटातनक पये है िो हमारे रकि में इलकेटट्ोलाइटसंिलुनकेसिरकेसमानह।ै
सूखी धगरी (खोपरा) से तनकाला गया नाररयल िेल जसर की त्वचा के जलए उतकृ ष् माइसचराजि्र ग और पौतष्क ित्व होिा है। खाना पकाने िथा फामवेसी ए्वं द्वाओं में इसका उपयोग तकया िािा है।
नाररयल का दूध (पानी और धगरी का धमश्रण) का उपयोग रूखी, खिु ली ्वाली िथा परेशान करने ्वाली जसर की त्वचा के जलए एक टातनक के रूप
में काय्भ करिा ह।ै साथ ही नाररयल दूध को बजु धि त्वकास, हधडियों के जलए स्वास्थ्यकर िथा रोग प्रतिरोधक क्षमिा को बढाने ्वाला माना िािा ह।ै
िैसा तक पहले भी उललेख तकया िा चकु ा है तक‘सूपरफूड’पूण्भरूपसेएकनयाशबदह।ै यह उन आहारों के सं दभ्भ में है िो तक नयूनिम कै लोरी के जलए अधधकिम पोषण लाभ उपलबध कर्वािे ह।ैं ये त्वटाधमन, खतनि और एं टीआ कसीडेनट
से भरपूर होिे ह।ैं हालां तक, न ही सपष् रूप से पाररभातषि तकया गया है और न ही कोई मानक िरीका है जिससे तक तकसी आहार को ‘सूपरफू ड’ की श्रेणी में रखा िा सके । िबतक, अधधकिर सूपरफू ड पौधों से प्रापि तकए िािे ह।ैं
यह भी धयान देने की बाि है तक के ्वल
सूपरफू ड या कोई अनय आहार ही महत्वपूण्भ नहीं है बसलक आहारों का ्वह योग महत्वपूण्भ है िो
तक हमारे शरीर में िादू करिा ह।ै सूपरफू ड की त्वशषे िा यह है तक ्वह अपनी शककि से अनय आहारों िथा पोषक ित्वों को चमतकार करने योगय बनािा ह।ै
अिः, यहां सा्वधानी बरिने की भी आ्वशयकिा है। कु छ लोगों की यह गलि धारणा है तक यतद ्वे एक या दो पोषण ित्वों से भरपूर आहार लेिे हैं िो ्वे कु छ बीमाररयों या स्वास्थ्य सं बं धी समसयाओं से बचे रहेंगे। तफर चाहे उनका बाकी का भोिन तबना पोषक ित्वों ्वाला ही क्ों न हो। तक्र िु उनके जलए यह काम नहीं करेगा।
आं ्वला, िौ िथा नाररयल का इस लखे में सूपरफू ड के रूप में उललखे तकया गया ह।ै तक्र िु यह हमारे देश में आसानी से उपलबध होने ्वाले स्वास्थ्य खाद्य आहारों की समृधि त्वरासि की एक
झलकी मात ह।ै आहार काां ति के अनय अं कों म,ें हम और भी कई सूपरफू ड के बारे में
चचा्भ करेंग।े
लखे क त्वज्ान सं चारक और तफलम तनमाि्भ ा ह।ै
ajai_c@yahoo.com
अन्वु ाद: सं गीिा कैं िरु ा