Page 101 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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फलJ का कोई भी ;निXचत समय नह%ं होता है. वे य द मनुGय के जीवन म. एक
बार आ गये तो समाeत नह%ं हJगे और य द नह%ं आते ह8 तो उनके आने क1
स?भावना भी नह%ं के बराबर ह% होते है. यीशु मसीह उस अंजीर के फल का
हवाला देकर इसी आि{मक फल क1 बात कह देना चाहते ह8. य द मनुGय के
जीवन म. आि{मक फल नह%ं ह8 तो उनको फलव#त करने क1 िज?मेदार% मनुGय
ह% क1 है. हमारा परमेXवर यीशु मसीह कभी भी, +कसी भी दन, अचानक से
चोर के समान हमारे जीवन म. आि{मक फल ढ ूँढने आ सकता है. और य द हम
अपने फलJ के साथ तैयार नह%ं है तो हमारा भी ह अंजीर के पेड़ के समान हो
सकता है. हमारा आि{मक जीवन भी सुखा कर नक0 क1 आग म. डाला जा
सकता है.
'और वह दूर से अंजीर का एक हरा पेड़ देखकर ;नकट गया, +क =या जाने
उस म. क ु छ पाए: पर प{तJ को छोड़ क ु छ न पाया; =यJ+क फल का समय न था.
इस पर उस ने उस से कहा अब से कोई तेरा फल कभी न खाए। और उसके
चेले सुन रहे थे.' - मरक ु स 11:13-14
अ ैल 2020
धीरज
अमर%का के एक छोटे से शहर म. रहने वाले <रचड0 क ु क नामक एक
सMजन पुqष कोई अvधक पढ़े-5लखे न होकर के वल हाई Pक ू ल तक ह% पढ़ पाए
थे. इस5लए वे कोई भी अbछ© नौकर% भी नह%ं कर पाए थे. जब तक वे जवान
थे और उनके शर%र म. बल था वे एक मकान बनाने वाल% क?पनी म. काम
करते रहे थे. मगर शर%र क1 ताकत ने जबाब दे दया तो उ#हJने समय से पहले
ह% सेवा ;नवृ;त ले ल% और घर का खचा0 चलाने के 'Ñल% माक ट' म. सिoजयां
बेच कर अपना काम चलाने लगे. उनके तीन बbचे थे. दोनJ बड़ी लड़+कयां जैसे
वे युवा ह तो Eववाह करके अपने Eपता के सर का बोझ कम करके अपने
ु
अलग रहने लगीं. सबसे छोटा लड़का था, वह भी हाई Pक ू ल करके घर पर ह%
बैठा हआ था. <रचड0 चाहते थे उनका लड़का कॉलेज जाए और ड[ी लेकर कोई
ु
अbछ© सी नौकर% कर ले. ले+कन नह%ं, उनके लड़के के तो सपने ह% दूसरे थे. वह
तो रातJ-रात ह% करोड़प;त बन जाना चाहता था. इसी उधेड़बुन म. एक दन
उनका लड़का घर म. से काफ1 पैसा और अ{यvधक मंहगी वPतुएं लेकर चलता
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