Page 12 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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हसाब नह%ं लगाया है. इनम. से भी 9 ऐसे सदPय ह8 जो+क के वल एक वष0 के
        5लये  ह%  चेतना  के   सदPय  रहे  थे.  उनका  हमार%  सदPयता  से  हटने  का  मुय
        कारण  है  +क  'चेतना'  क1  बे-बाक,  PपGट,  स{य-वा=पट ु ता  और  पारद5श0ता  पर
        आधा<रत लेखन  णाल%. िजन सदPयJ ने हमार% सदPयता से +कनारा +कया या
        +फर िज#ह. हमार% लेखन शैल% क1 सbचाई पसंद नह%ं आई, उसका कारण है +क
        हमने चोर को =यJ चोर कह  दया? हम यह भी नह%ं कहते ह8 +क हम भी दूध
        के  धुले हए ह8. ले+कन अगर आपको €यापार ह% करना था, पैसा ह% कमाना था,
                ु
        अपने  रहने  के   5लए  बंगला  और  को ठयां  ह%  बनानी  थीं,  आल%शान  मंहगी  से
        मंहगी  कार.  ह%  रखनी  थीं  तो  कोई  भी  अbछा  सा  €यापार  कर  लेते?  कोई  भी
        5मल या फे =Ÿ% खोल लेते; दु;नयां क1 दौलत जमा करने के  5लए 5मशनर% सेवा
        क1  आड़  =यJ?  यह%  हमारा  सवाल  है  और  इस  सवाल  को  हम  5लखते  रह.गे,
        छापते रह.गे.

             भारत  म.  चेतना  क1   ;तयां  ~ब„क ु ल  ह%  ;नशु„क  भेजी  जाती  ह8/थीं.  अब
        ज़रा सोvचये +क +कस  कार से इसका  काशन संभव होता है? बात आरंभ होती
        है उस घटना से जब +क हम ऐसे ह% एक मसीह% इबादत के  बाद बात कर रहे
        थे. तब +कसी ने हम. बताया +क फं ला कह रहे थे +क 'चेतना' व  ह#द% मसीह
        प(  काशन का संपादक व  काशक और संचालन करने वाला आपका ;नकट%य
        स?ब#धी है तो उसे तो आपको ये वPतु (चेतना क1  ;त) ~ब„क ु ल ह% ;नशु„क

        5मलनी चा हये? उनका कहना ;नXचय ह% प{थर पर पड़ी लक1र है. हम 'चेतना'
        ऐसJ को ;नशु„क देते भी ह8, जो +क सचमुच इससे  ेम करते ह8. मगर थोड़ा सा
        उनक1  मनोधाररणा  पर  Eवचार  कर.  तो  ;नय;त  और  मनभावना  म.  जमी  हई
                                                                        ु
        इंसानी Eवकार को कोई भी सहज ह% समझ लेगा. =यJ है ऐसी बात +क िजसम.
        +कसी को के वल अपना Pवाथ0 ह% नज़र आता है? जब आप और हम मांग कर
        खाते नह%ं ह8. मांग कर पहनते नह%ं ह8. अपनी जीवन चया0 क1 हरेक आवXयकता
        के  खच0 को हम खुद भरते ह8, तो ऐसी दशा म. मसीह क1 जेब म. चुपके  से हाथ
        डाल  कर  क ु छ  ;नकालने  क1   वृि{त  =यJ?    हन#याह  और  सफ1रा  के   समान
        परमेXवर को देने के  पXचात द% जाने वाल% वPतु म. से चुराने क1 ;नय;त =यJ

        उजागर हो गई, आपके  मन म.?

                 +कतनी अजीब बात है +क मसीह% लोग भारत के  +फ„मी 5सतारJ को
        देखने के  5लये अपनी जेब खाल% करते देर नह%ं लगाते ह8. एक  दन म. 'वाटका'
        जैसी शराब क1 बोतल के  5लये 20 डॉलर खच0 कर देते ह8. 15 डॉलर क1 5सगरेट
        12 |  चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये
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