Page 10 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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दे दया तो ;नयमानुसार अपना चाज0 उ#ह. नये आनेवाले पाPटर को देना भी
था और पाPटर हाउस भी खाल% करना था. ले+कन उ#ह. ऐसा न करना पड़े तो वे
तुरंत ह% सी. एन. आई. से हटकर यू. सी. एन. आई. का खुद को पाPटर घोEषत
करके वहां क1 हरेक वPतु पर अपना अvधकार जताने लगे. +कतनी मजे क1 बात
है +क जगह वह%, चच0 वह%, कल%5सया और क?पाउंड भी वह%; जब वे काम
करते थे तो खुद को सी. एन. आई का पाPटर बताकर सार% सुEवधाएं और वेतन
लेते थे और जब खुद ह% हट गये तो वह% जगह, वह% Pथान, वह% कल%5सया,
चच0 आ द तुरंत बदलकर यू. सी. एन. आई के हो गये? कहने का आशय है +क
श=ल एक और मुखौटे दो? और यू. सी. एन. आई. भी व, +क िजसका एक भी
कायदे का काया0लय कह%ं भी देखने को नह%ं 5मलेगा. अब देHखये +क इस Eववाद
क1 पराकाGठा भी कहाँ तक पहंचती है? कौन बबा0द होता है और +कतनJ के चैन
ु
खराब होते ह8? अब क ु छ भी हो पर एक बात जqर समझ म. आती है +क, सारे
संसार म. िजतने भी फसाद, युc, लडाइयां, खून-खराबे, झूठ, बे-ईमानी, मार-काट
और कोट0-कचेहर% के +कPसे धम0 के नाम पर हए ह8 उतने +कसी और बजह से
ु
नह%ं. जब तक ये पृGठ आपके पास पहंचेगा तब तक यीशु मसीह के पEव( खून
ु
बहाने का मह%ना आ चुके गा. यीशु मसीह का वह पEव( खून जो उ#हJने पाEपयJ
के उcार के 5लए बहाया था. मगर मनुGय अपने पाप म. =या नह%ं कर रहा है,
ये हम और आप से ;छपा नह%ं है.
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भावपूण0 cांज5ल
बड़े शौक से चल रहा था म8
लेखक, कEव कारवाँ के साथ,
PवगVय एक म8 ह% था जो खुद ह% ;छप
ी सी. एन. ;तगा गया,
जमाने क1 सार% धुंध के साथ.
- शरोवन.
10 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये