Page 9 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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यह संपादक1य 5लखने से दो दन पहले ह% एक दुखद खबर 5मल% +क
मसीह% जगत के हंद% मसीह% कEव और लेखक ी सी. एन. ;तगा का
आकिPमक ;नधन हो गया है. खबर बहत ह% दुखभर% और झकझोर देने वाल%
ु
थी. मसीह% सा ह{य जगत के रचनाकारJ का घड़ा पहले ह% से खाल% था, उसम.
से एक मोहरा और vगर गया. कोई कै सा भी =यJ हो, ी ;तगा क1 जगह कोई
नह%ं भर पायेगा. हांला+क, चेतना म. उनक1 क ु छेक रचनाएँ ह% का5शत हई थीं,
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+फर भी वे चेतना से जुड़े हए थे. उनके लेखन से मसीह% सा ह{य जगत म.
ु
का5शत होने वाल% प~(काओं ने +कतना ेय 5लया होगा, यह एक अलग Eवषय
हो सकता है. मसीह% लेखन के अलावा वे जन-सामा#य लेखन के -े( से भी जुड़े
रहे थे. चेतना प<रवार उनके प<रवार के दुःख म. शा5मल है और अपनी हा द0क
संवेदनाएं व ृcांज5ल अEप0त करता है.
कहते ह8 +क इ;तहास अपने आप को दोहराता है. तकर%बन 70 और 80
दशक के मय 5शकोहाबाद 5मशन क?पाउंड म. एक बे-हद दुखद घटना का ज#म
हआ था. ;तPपधा0 और झगड़े का खेल आर?भ हआ और देखते ह% देखते क8 पस
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म. दो [ुप हो गये. 5मशन क1 संपि{त +कसने बेची? +कसने खर%द%? और +कसने
सी. एन. आई को छोड़ा, कौन उसम. से यू. सी. एन. आई म. चला गया? ये
अलग मुे ह8. आज उस घटना को पचास साल हो चुके है. 5मशन क1 स?पि{त
को बचाने वाले, उसके खर%दने वाले, सी. एन. आई. और यू. सी. एन. आई.
वाले; संब मर गये, खप गये, जमीन म. दफ़न हो गये, बबा0द हए, कोई भी
ु
एक इंच तक जमीन का हPसा अपने साथ नह%ं ले जा सका- इस लड़ाई और
मतभेदJ का सारा अंजाम; +कसी शायर का 5लखा हआ ये शेर याद आता है, 'ना
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ह% खुदा 5मला, ना Eवसाल-ए-सनम, ना इधर के हए, ना उधर के हए.' आज 82
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साल पुराने अं[.जJ का बनाया हआ चच0 भी ढा दया गया है. देखने से अब पता
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ह% नह%ं चलता है +क कभी यहाँ पर कोई ईसाई बPती भी थी. िजसने जैसा
बोया, उसने वैसा ह% काटा भी.
आज वत0मान म. सहारनपुर के चच0 म. भी ~बक ु ल उपरो=त जैसी ह% घटना
और झगड़े ने अपना Eपटारा खोल दया है. 5शकोहाबाद ह% चच0 के भूतपूव0
पाPटर जॉन वीसल% के साथ सहारनपुर 5मशन क1 भू5म के साथ Eववाद खड़ा
हआ और जब मामला कोट0 म. पहंचा तो जॉन वीसल% ने सी. एन. आई के
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आगरा डायसीज़ से अपने पद से इPतीफा दे दया. जा हर था +क जब इPतीफा
9 | माच - अ ैल 2020