Page 6 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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#यायालय म. दाHखल +कया गया. =यJ+क, महायाजकJ और फर%5सयJ ने डाह से
उस पर ईXवर%य ;नंदक, Pवयं को यह दयJ का राजा घोEषत करना, तथा
ू
यwशलेम के भय व Eवशाल मं दर को ढाह कर तीन दन के अंदर +फर से खड़ा
कर देने का दावा करने का आरोप लगाया था. इसके साथ ह% Pवयं को ईXवर%य
पु( बताना भी Pवीकार +कया था. यहद% यवPथा के अनुसार यीशु नासर%
ू
उपरो=त दोषJ के तहत मृ{यु दंड का भागीदार बनाया गया था, पर#तु यहद%
ू
यवPथा के अनुसार उसे मृ{यु दंड सल%ब पर लटका कर नह%ं दया जा सकता
था. इस5लए ये सारा मामला रोमी गवन0र पीलातुस के पास भेजा गया था.
आर?भ म. रोमी गवन0र पीलातुस ने यीशु को ;नदzष जानते हए उसके मामले म.
ु
अपना हाथ डालने से PपGट इनकार +कया था. मगर महायाजकJ और फर%5सयJ
के वारा उकसाई हई भीड़ के दबाव पर बाद म. बलवा रोकने क1 मंशा से यीशु
ु
का मामला यहद% भीड़ के हाथJ म. सप दया गया तो भीड़ ने यीशु के ाण लेने
ू
का दोष अपने और अपनी संतानJ पर ले 5लया. +फर भी पीलातुस ने अपने को
;नदzष जानते हए सार% भीड़ के सामने अपने हाथ धोकर यीशु का लह बहाने के
ु
ू
दोष से अलग कर 5लया. इस कार यीशु को कोड़े लगवाये गये, उसका उपहास
उड़ाया गया तथा बाद म. अ#य दो क ु क5म0यJ के साथ उसे गुलगुता क1 र=त-
रंिजत पहाड़ी पर सल%ब पर ठJक दया गया था. m ू स पर भी यीशु इतने भयानक
दुःख उठाने के पXचात शांत रहा था. उसके मुख से एक भी शoद +कसी के भी
Eवरोध म. नह%ं ;नकला था. इतना ह% नह%ं बिक, वह अपने सतानेवालJ के 5लए
लगातार ाथ0ना ह% करता रहा था. मगर इससे भी अvधक Eवvच( बात जो थी
वह यह% +क, m ू स पर रहते हए पूरे समय तक, अथा0त दन के तीसरे पहर तक
ु
सारा इ
ाएल देश एक Eवvच( कार के मनहस अ#धकार क1 चादर से ढका रहा
ू
था. ये एक ऐसा भयावह अ#धकार था +क, िजसने सामा#य मानव-जन-जीवन
तक को भयभीत कर दया था. इसके साथ ह% एक अजीब और अनोखे कार के
भूचाल का भी भाव इतना ती हआ था +क, समPत देश के क~yPथानJ क1
ु
चानJ म. बनी कy. तक तड़क ग थीं. दूसर% असाधारण बात +क, यीशु अ#य
अपराvधयJ से ~बलक ु ल 5भ#न, अप समय म. ह% मर गया था. िजन लोगJ ने
उसे मरते देखा था, उनका कहना है +क, यीशु के ाण ;नकले नह%ं थे, बिक
उसने खुद ह% अपनी आ{मा परमेXवर के हाथJ म. सपी थी. यीशु के मरने के
पXचात तुरंत ह% उसे दफ़न कर दया गया था और इस कार से यीशु क1
सेEवकाई के साढ़े तीन वष0, जो +क सारे संसार म. अ{यंत ह% सु 5सc रहे थे,
6 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये