Page 51 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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सूरज  के   उदय  होने  पर  उसके   सामने  जल  को  चढ़ाना  और  उसक1  पूजा
        करने क1 र%;त गैर-मसी हयJ म. आज भी पाई जाती है. यह र%;त भी उ#ह% रPमJ
        से जुड़कर आई है, जब पुराने समय म. सूय0 क1 पूजा करने वाले लोग मानते थे.
        बसंत ऋतु के  आर?भ म. सूय0 देवता का Pवागत करने और उसक1 शि=त क1
        म हमा  करने  के   5लए  लोग  ऐसा  +कया  करते  थे.  वाPतव  म.,  ‘वसंत  ऋतु  क1
        शुwआत म. सूरज का Pवागत करने और उसक1 महाशि= त क1 म हमा करने के
        5लए ये लोग मानते थे। उनका EवX वास था +क सूरज, उगनेवाल% सभी चीज़J म.

        मानो नयी जान डाल देता है. ईPटर के  {यौहार के  आरि?भक  दनJ म. शुw के
        चचš ने उपरो=त पुराने झूठे र%;त-<रवाजJ से इसको जोड़  दया है, जो आज जैसे
        मसीह क1 5श-ाओं का एक  हPसा बन कर रह गई ह8. इसम. कोई भी शक नह%ं
        है +क, 'ईPटर' नाम का {यौहार गैर-मसी हयJ का {यौहार है. हम. इसको परमेXवर
        क1  आराधना  म.  नह%ं  जोड़ना  चा हए.  बाइबल  शि=त  के   साथ  कहती  है  +क,
        हमको  इनसे  अलग  रहना  चा हए  और  अशुc  वPतुओं  को  नह%ं  छ ू ना  चा हए
        (मरक ु स 7:6-8, 2क ु <रंvथयJ 6:17). य द हम के वल यीशु मसीह के  पुनq{थान
        का {यौहार मनाते ह8 और उनके  वारा मृ{यु पर Eवजय  ाeत करने पर आनं दत
        होते ह8 तब तो अbछ© बात है मगर 'ईPटर' के  नाम से 'बस#त नाम क1 देवी'
        'इओसŸा' को याद करते ह8 तो हमार% इस आराधना म. अवXय ह% एक संदेह हो

        सकता  है.
               ह#द%  मसीह  प(   काशन  के   +कसी  भी  -े(  व  प~(का  'चेतना'  म.
          5सगरेट,  शराब,  लॉटर%,  जुआ,  रोमांस,  Eववा दत  चच0  व  संPथान,  सी.  एन.
          आई,  यूं.  सी.  एन.  आई,  राजनी;तक,  €यि=तगत  और  जन-सामा#य  को

          D5मत  करने  वाल%  साeता हक  और  पा£-क  भEवGयवाHणयJ  के   EवLापन
           का5शत  नह%ं  +कये  जाते  ह8.  अत:  आपसे  अनुरोध  है  +क  इस  बारे  म.  प(
          €यवहार न कर..  -संपादक.














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