Page 116 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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म उनक े िलए शॉिपंग करना भी पसंद करता ह ँ। म सारा िदन उनको िनहार सकता ह ँ। जब
सम याएँ आती ह तो सम याएँ उतनी बुरी नह होत िक उनक े कारण रयल ए टेट क े िलए मेरा
यार कम हो जाए। ऐसे लोग जो रयल ए टेट से नफ़रत करते ह , उ ह इसे नह ख़रीदना चािहए।
मुझे छोटी कं पिनय क े टॉक से भी ेम है, खासकर नई कं पिनय क े टॉक से। इसका
कारण यह है िक म इंटर े योर ह ँ, न िक कोई कॉरपोरेट यि । मेरे शु आती साल म म बड़े
संगठन म काम कर चुका ह ँ, जैसे क ै िलफ़ोिन या क े ट डड म यू .एस. मरीन कॉ स और जेरॉ स
कॉरपोरेशन म । म ने इन संगठन म िबताए समय का मज़। िलया है और मेरे पास कई सुखद याद
ह , परंतु भीतर से म कं पनी म काम करने वाला आदमी नह ह ँ। मुझे कं पनी शु करना अ छा
लगता है, परंतु उ ह चलाना मुझे उतना अ छा नह लगता। इसिलए म जो शेयर ख़रीदता ह ँ, वे भी
सामा यत: छोटी कं पिनय क े होते ह और कई बार तो म कं पनी शु करता ह ँ और उसे
साव जिनक बना देता ह ँ। नए टॉक क े शेयर म िक मत चमक सकती है और मुझे यह खेल
पसंद है। कई लोग कम पूँजी वाली कं पिनय से डरते ह और उ ह ख़तरनाक कहते ह और वे
ख़तरनाक ह भी। परंतु ख़तरा हमेशा कम हो जाता है अगर आप िनवेश से ेम करते ह , उसे
समझते ह और खेल को अ छी तरह से जानते ह । छोटी कं पिनय क े साथ मेरी रणनीित यह होती
है िक एक साल म अपने शेयर बेच िदए जाएँ। दूसरी तरफ़, मेरी रयल ए टेट क रणनीित छोटी
ॉपट से शु करने क होती है। िफर म उस छोटी ॉपट को बेचकर उससे थोड़ी बड़ी ॉपट ले
लेता ह ँ और इस तरह अपने फ़ायदे पर टै स चुकाने से बचता रहता ह ँ। इससे ॉपट क वै यू म
नाटक य बढ़ोतरी होती है। म सामा य तौर पर रयल ए टेट को सात साल से कम समय अपने
पास रखता ह ँ।
वष तक, जब म मरीन कॉ स और ज़ेरॉ स म था तब भी म ने वही िकया जो मेरे अमीर डैडी
ने मुझे िसखाया था। म अपनी िदन क नौकरी करता था, परंतु म अपने काम से काम भी रखता
था। म अपनी संपि वाले कॉलम म क ु छ न क ु छ करता रहता था। म रयल ए टेट और छोटे
टॉ स क खरीद-फरो त भी करता था। अमीर डैडी ने हमेशा पैसे क समझ क े मह व पर ज़ोर
िदया था। िजतनी अ छी तरह म अकाउंिटंग और क ै श मैनेजम ट को समझ सकता था, उतनी ही
अ छी तरह म िनवेश का िव ेषण कर सकता था और आिख़रकार ख़ुद क कं पनी शु कर
सकता था और उसे सफल बना सकता था।
जब तक िक कोई पहले से ही ऐसा न सोच रहा हो, म िकसी को अपनी कं पनी बनाने क े
िलए ो सािहत नह करता। म जानता ह ँ िक कं पनी चलाने म िकतना झंझट होता है और म नह
चाहता िक आप उस झंझट म फ ँ से। कई बार ऐसा भी समय आता है जब लोग को रोज़गार नह
िमलता और उनक े िलए कं पनी शु करना एक समाधान होता है। परंतु सफलता क े अवसर बह त
कम ह : दस म से नौ कं पिनयाँ पाँच साल म डूब जाती ह । पहले पाँच साल म जो कं पिनयाँ बची
रहती ह , उनम से भी दस म से नौ कं पिनयाँ बाद म बंद हो जाती ह । तो अगर आपक पहले से ही
अपनी कं पनी शु करने क इ छा हो तभी म इसक सलाह दूँगा। अ यथा, अपनी िदन क
नौकरी करते रह और अपने काम से काम रख ।
जब म कहता ह ँ िक अपने काम से काम रख , तो मेरा यह मतलब है िक आप अपनी संपि