Page 53 - Annadeepam Hindi Magazine Pratham Ank
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अन्नदीपम प्रथ संस्करण
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अविेशक ारणलसंह,
सहायकश्रे पI (सा ान्य)
ंडलकायाालय:कादकनाडा
भारणतपयखाधॎयतनग
भारणतपयखाधॎयतनग लोकगपत
जयहोजयहोजयहोजयजयजयजयहो.
भारणतकीमावन ातृभत की, सेवा तनयोतजतहैंह
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अनाजोंकीखरणपदी, भंडारण , संरणक्ष ,मररणचालनकरणकदकसानोंकोरणाहतदीेतेहैंह
भारणतपयखाधॎयतनग ,दीेशसेनानपहैंह ,भारणतपयखाधॎयतनग ,जयहो...
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कश् परणसेकन्याक ारणपतक,कछसेका ाख्यातक,
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सबकोअमनपबाूँहों ेंस ेट मनरणभारणत फलेहुएहैंह
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अनाजकादीाना, हरणजगहमहुंचानादीातयत्वहैह मरण
भारणतपयखाधॎयतनग , दीेशसेनानपहैंह ,भारणतपयखाधॎयतनग ,जयहो...
मवातकीउच्चाईयोंसे, जंगलकीगहरणाईतक.
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सागरणनददीयोंकीबहतपलहरणोंसे, बर्फलपवाददीयोंतक.
चाहेआएबाढ़,चाहेहोसुखाढ़,चाहेआएभनकम्म,सुना प,आूँिपयादफरणतनफान,
कहींभपहोअकाल,कहींभपआजाएआमदीा,तबमपछनहींहटतेह .
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अनाजकादीाना, हरणजगहमहुंचानादीातयत्वहैह मरण.
भारणतपयखाधॎयतनग ,दीेशसेनानपहैंह ,भारणतपयखाधॎयतनग ,जयहो .
..
जयहोजयहोजयहोजयजयजयजयहो.
कतवता
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ानवप्रकततकसंघिा ेंतछमाहैभारणतपयखाधॎयतनग कीस्थामनाका लआिारण
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मुरुि–प्रकततक िुरणप्रे त लनसेबनायहप्रा पतनहै.
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यहप्रा पतनतोप्रकततकमाूँचतत्वमवन,मावक,मानप,मृ्वपऔरणआकाशका ेलहै.
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इनमाचोंतत्वोंकसंतक्षप्तना कोहपकहतेह भगवानहैं
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जैसेबनाहै भसे -भनत ,गसेगगन,वासेवायु,असेअति,नसेनपरणऱूम साक्षातभगवानहै.
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इसतन ेंएकअन्न यकोिकाभपभंडारणहै,जोप्रा पकामेटकहलाताहै.
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