Page 223 - Sanidhya 2025
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“कमदिल�ी”







                                                            े
                                    एक बहु उद्देश्यीय कद्र
                                                                            ं
                                                      खटखटी




            सीी.आर.पीी.एफ म पीरिरवंार कल्यााण : एक सीमग्रु अवंलंक�
                             ं

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             7 किसीग्नला वााकिहनोंी किजीसीका गठनों असीमें राज्य क सीदर खटीखटीी मेंं किकयाा जीानोंा किनोंणीत
                                                  ै
                                      ं
                                                           ु
            हुआ. वााकिहनोंी अभाी अपीनोंे स्थाापीनों की आरकिभाक अवास्थाा मेंं ह.किजीतनोंा भाी मेंझीे बला क
                                                                े
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            पीरिरवाारों क सीाथा किमेंलानोंे और सीाथा रहनोंे का अवासीर किमेंलाा मेंनेनोंे पीायाा किक इसीमेंं पीदस्था
                                                  ं
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            बहादर जीवाानोंों की सीम्पणि सीेवाा राष्ट र  किहत मेंं अक्सर उन्हे अपीनोंे घरों और पीरिरवाारों सीे
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            दर, चानोंौतीपीणि और जीोस्तिखमें भार मेंाहौला मेंं रहनोंे क किलाए मेंजीबूर करती ह। पीकित क
                                                          ै
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            बाहर रहनोंे पीर घर पीरिरवाार की सीमें� किजीम्मूदारी उनोंकी पीत्नीी पीर आ जीाती ह, मेंरा
            मेंानोंनोंा ह किक हमेंार जीवाानोंों की मेंानोंकिसीक शांकित और उनोंकी कायािक्षमेंता प्रत्याक्ष तौर पीर
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            उनोंक अपीनोंे पीरिरवाार क कल्यााण सीे जीड्ी ह । इसीी सीोंचा क तहत हमेंारी इकाई नोंे बला
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            क जीवाानोंों की पीकित्नीयाों क सीशस्तिक्तकरण और तनोंावा प्रब�नों क किलाए किवाशेष सीत्राों की एक
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            श्रींखलाा आयाोकिजीत करनोंे की पीहला की ह ।
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                                                                      ं
            जीवाानोंों की पीकित्नीयाों को रचानोंात्मक गकितकिवाकि�याों मेंं शाकिमेंला करक तनोंावा कमें करनोंा और उन्हे अपीनोंी   श्रीमती कोीर्तिति र्तितवाारी
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            किछपीी हुई प्रकितभााओंं को किनोंखारनोंे क किलाए किसीलााई, कढ़ााई, बनोंाई, पीनेकिटीग, बागवाानोंी, ह�किशल्पो,   पत्नी श्री विवानय र्तितवाारी,
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                                                      ं
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            बकिकग एवां सीौंदयाि प्रकिशक्षण कायािशालााओंं का आयाोजीनों किकयाा जीा रहा ह ।  याे सीभाी कायािक्रमें याोग्य   कोमांडेंंटा
                                   ै
                                 े
            प्रकिशकिक्षकाओंं द्वाारा चाालााए जीा रह ह ।
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                                                            पीयट� स्थालंं का भ्रमण : सीभाी काकिमेंको की पीकित्नीयाों क आपीसीी मेंला
                                                              ष
                                                            जीोला को बढुंानोंे क किलाए उनोंकी सीहकिलायाों सीकिहत गत वाषि दो बार लाघु
                                                                                  े
                                                                       े
                                                                                   ने
                                                                                              े
                                                            याात्रााओंं पीर लाे जीायाा गयाा, जीहा� उन्हेोंनोंे अपीनोंे बच्चोों क सीाथा वाहां की
                                                                                                      े
                                                                                              ृ
                                                            भाौगोकिलाक पीरिरस्तिस्थाकितयाों , खानोंपीानों , वाेशभाषा एवां सींस्कृकित को अच्छा सीे
                                                                                       ू
                                                            सीमेंझीा, किजीसीसीे उनोंक ज्ञाानों की वास्तिद्ध हुई ।
                                                                         े
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