Page 219 - Sanidhya 2025
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लांं � गशि�यांं � ग याह झीरनोंा किकशी नोंदी सीे बनोंता ह, जीो दो भाागों मेंं बटीकर एकिशयाा का
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दसीरा सीबसीे बड़ा नोंदी द्वाीपी बनोंाती ह, और लांगचाोंग (लांगकिशयाांग) क्षत्रा
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क ऊपीर की तरफ वाापीसी किमेंलाती ह। याह नोंदी एक घाटीी सीे गजीरती
फॉॉल्स
फॉॉल्स ह और एक ताला बनोंाती ह किजीसीे ”वाी स्पीीई” कहा जीाता ह। याह ताला
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किवाशालाकाया चाट्टीानोंों सीे किघरा हुआ ह। इसी वाेगवाती नोंदी नोंे इसीे गहरी
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खाई मेंं बदला किदयाा, जीो मेंघालाया राज्य क सीबसीे ऊचाे और सीबसीे बड़ े
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पूर्वोोत्तर क्षेत्र के अनछुए और झीरनोंों मेंं सीे एक ह, किजीसीे लाोककिप्रया रूपी सीे ”लाांगकिशयाांग फॉल्स” क
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र्वोोत्तर क्षे
नोंामें सीे जीानोंा जीाता ह। ै
अनोखे पूर्यटन स्थलोंं में से एके
अ न ोखे े े पू र्य य य टन स्थलोंं में ं ं से े े ए के
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वासीे तो किशलांग क आसी-पीासी बहुत सीार पीयािटीनों स्थाला ह जीहा�
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नोंोंग�ोइनों मेंं स्तिस्थात झीरनोंे को ”लाांगकिशयाांग फॉल्स” सीुन्दर-सीुन्दर झीरनोंे, नोंकिदयाा�, तालााब, पीहाकिड़याा� एवां झीीलां ह, किजीन्हे ं
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(Langshiang Falls) कहा जीाता ह। याह झीरनोंा पीवाोत्तर दखनोंे क किलाए भाारत क कोनोंे-कोनोंे सीे लाोग तो आते ही ह सीाथा ही
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क्षत्रा क मेंघालाया राज्य क पीकि�में खासीी किहल्स किजीलाे मेंं अन्य दशों क लाोग भाी आते ह। किजीनोंमेंं मेंख्यात किशलांग पीीक,
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नोंोंग�ोइनों सीे लागभाग 24 किकलाोमेंीटीर दर सीग्रींग गावा एलाीफन्ट फॉल्स, उकिमेंयामें झीीला (इसीे ”बड़ा पीानोंी” क नोंामें सीे भाी जीानोंा
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क पीासी स्तिस्थात ह। स्थाानोंीया लाोग इसीे ”क्षैर-उर-नोंार” भाी जीाता ह), किशलांग मेंं स्तिस्थात वााड्सी झीीला, चारापीूंजीी क झीरनोंे, ईको
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कहते ह। नोंोंग�ोइनों सीे ”लाांगकिशयाांग फॉल्स” तक जीानोंे पीाक, बंग्लाादश की सीीमेंा क पीासी स्तिस्थात ”ड्ॉकी नोंदी” (जीो भाारत की
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क किलाए सीग्रींग गावा सीे लागभाग 30 किमेंनोंटी की पीैदला दरी सीबसीे स्वच्छा नोंदी मेंानोंी जीाती ह), मेंावाकिलानोंनोंॉन्दुग गावा (किजीसीे एकिशयाा
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तया करनोंी होती ह। इसी झीरनोंे को मेंावापीोनों गावा सीे भाी का सीबसीे स्वच्छा गावा मेंानोंा जीाता ह, याह गावा अपीनोंी सीाफ-सीफाई,
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दखा जीा सीकता ह। वाहा� क स्थाानोंीया लाोगों एवां अन्य पीयाािवारण-अनोंकला प्रथााओंं और सीामेंदाकियाक भाागीदारी क किलाए जीानोंा
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स्त्ोतों सीे प्राप्त जीानोंकारी क अनोंसीार इसी झीरनोंे की जीाता ह) इत्यााकिद ह। इनों प्रकिसीद्ध पीयािटीनों स्थालाों पीर तो अकि�कतमें लाोग
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कला ऊचााई लागभाग 337 मेंीटीर (1,106 फीटी) बताई पीहुचाकर वाहा� क सीुन्दर दृष्य का लाुफ्त उठाते ह, पीरन्तु नोंोंग�ोइनों
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जीाती ह, किजीसी कारण याह भाारत का तीसीरा सीबसीे ऊचाा क पीासी स्तिस्थात ”लाांगकिशयाांग फॉल्स” तक बहुत कमें लाोग ही पीहुचा
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जीला प्रतापी मेंानोंा जीाता ह। पीाते ह। ं

