Page 229 - Sanidhya 2025
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                                                     ं
            क्षेत्रीीय काावाा काद्र इम्फााल







                                                             ं
                    ृ
              संस्काति�, शि�क्षेा और एका�ा काा संगम
                ं




                                                                                            ं
                                                                                                      े
                                                                                 ं
                                                                       क्षेेत्रीीय का�ा कद्र इम्फााल वि�रतीर परिर�ारंं क
                                                                       से�ागाीण वि�कासे, सेांस्कृवितीक उत्थाा� और सेामााजिजक
                                                                                        ृ
                                                                          �
                                                                                                        ै
                                                                           ष
                                                                       सेौहाार्द की विर्दशाा मां सेवि�य भूूविमाका वि�भूा रहाा हा।
                                                                       �र्षष भूर मां आयंजिजती कायष�मांं मां वि�वि�ध सेांस्कृवितीक
                                                                                                        ृ
                                                                       प्रस्तुुवितीया, सेामाविहाक गावितीवि�जिधया और जागारूकतीा
                                                                                             �
                                                                             �
                                                                                  ू
                                                                       कायष�मा शााविमाल रहा, जिजन्होंं�े सेभूी सेर्दस्योंं कं
                                                                                     े
                                                                                       ं
                                                                                      ं
                                                                       एकजुट कर आपसेी सेबंधंं कं और सेशाक्त बं�ाया।
                                                                        ै
                                                                       शाजिक्षेक गावितीवि�जिधयंं कं वि�शार्ष माहात्व विर्दया गाया।
                                                                                           े
                                                                       कक्षेा 10�ीं � 12�ीं (2025) सेीबंीएसेई ए� बंंसेेमा
                                                                                                       ं
                                                                       क माधा�ी छाात्रींं का सेम्माा� सेमाारंहा आयंजिजती कर
                                                                          े
                                                                        े
                                                                             ृ
                                                                                      े
                                                                       उन्हो उत्कृष्ट प्रर्दशाष� क जिलए प्रेरिरती विकया गाया। सेाथा
                                                                         ं
                                                                                         �
                                                                       हाी रच�ात्मक प्रवितीयंविगातीाए और माागाषर्दशाष� सेत्री
                                                                       आयंजिजती विकए गाए, जिजसेसेे वि�द्यााजिथाषयंं मां
                                                                       आत्मवि�श्वासे और उच्च लक्ष्ंं कं पा�े की ऊजा  ष
                                                                          ृ
                                                                       जागाती हुई।
                                                                                                       े
                                                                       शाारीरिरक स्वाास्थ् और अ�ुशाासे� कं बंढ़ाा�ा र्द�े हातीु
                                                                                                          े
                                                                                                 ं
                                                                                                        े
                                                                       यंगााभ्याासे, मााशाषल आर्ट् प्रजिशाक्षेण ए� बंच्चंं क जिलए
                                                                                        ष
                                                                                ं
                                                                       वि�वि�ध मा�ंरजक कायष�मा आयंजिजती विकए गाए। इ�
                                                                       पहालंं �े परिर�ारंं मां स्वास्थ ए� सेवि�य जी��शाली
                                                                                                        ै
                                                                                            ं
                                                                                                            े
                                                                       कं प्रंत्सााविहाती विकया। माविहालाओंं कं सेशाक्त बं�ा�े क
                                                                       जिलए वि�जिभून्न पेपर माविक ं गा और माधमाक्खीी पाल� और
                                                                                     े
                                                                                               ु
                                                                                                        ं
                                                                                                       े
                                                                       शाहार्द उत्पाार्द� जैसेे लघु उद्यांगा चलाए जा रहा हा l
                                                                                    ु
                                                                       वि�शार्ष भ्रमाण, सेामार्दावियक उत्सा� और माविहाला
                                                                          े
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