Page 44 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
P. 44

े
                                                                   े
                                                                े

                                                                             े

   बाइल-ड ट  कसी  वशाल पेड़ क  डा लय  क  तरह एक- सर स जुड़ होत ह।  कसी एक ड ट म  कावट हो तो  लवर
   क मक स को  डटा  सफाई करन का काम सुचा   प स नह  कर पाता और  फर एलज  क  सम या दखन को  मलती ह।
                                    े
                                                                                                           े
                                                                                                       े
                                                                                                                        ै
     े
                                                           े
                     ॅ
                                                                                                                  े
                                                                                                      ै
   सम या गंभीर होन पर से   जन या अ य  कसी ए ट -एल ज क दवा का रोजाना सेवन करना पड़ता ह।एक बार क  लवर
                     े
    ल ज स ही, बाइल-ड ट स  कावट  र होकर, आपक  एलज  क  सम या का 40 फ सद  समाधान तो हो ही जाता ह।
                               े
            े
                                                                                                                        ै
                                                                                              े
                                                                              े
                                                                                                                    े
                          े
                                                                  े
                                                                        े
                                          े
        े
   इसक बाद आप रोज क बजाय हर  सर  दन दवा का सेवन करन लग ग।  सर  लवर  ल ज क बाद आपको हर तीसर  दन
   एक टबलेट क  ज रत पड़गी और तीसर  लवर  ल ज क बाद तो दवा का यह डोज भी आधा हो जायेगा। आमतौर पर,
         े
                                                            े
                              े
                                            े
                                                                                                      े
        े
                                                                                                                े
                                                                                               े
                               े
   चौथ  लवर  ल ज क बाद टबलेट क  ज रत पड़ती ही नह  (अलग-अलग    य  म नतीज एक स नह  ह ग) ह। य द
                        े

                                                                                                                   ै
   चौथ  ल ज क बाद, मान ली जए, आपक  एलज  क  सम या 10 फ सद  बरकरार ह; तो  लवर  ल ज स पहल जैपर,
                                                                                                             े
                                                                                                                   े
                 े
        े
                                                                                        ै
                                                                                                       े


   प सर,  लॉ क या  ट चर और कोलाइडल  स वर को  योग म लाकर पैरासाइट  ल ज कर ल और उसक बाद  लवर  ल ज
              े

                                                                                   े
   कर। इसक बाद न  सफ आप अपनी एलज  क  सम या स  नजात पा चुक ह ग, ब  क  वा य म भी चम कारी सुधार
                                                              े

                                                                             े

                                                                                   े

                                             े
                े
                                  े
   महसूस कर ग।  लवर  ल ज स अ मा क मरीज  को भारी राहत  मलती ह। व इनडोर गे स खेल सकत ह,  ला  टक
                                                                               ै
                                                                                                            े

     ु
                                                                                                                 े
                                                                                                          े


                                                                                े
   क स य  पर बैठ सकत ह,  यूज पेपर पढ़ सकत ह, ‘सीफड’ का लु फ उठा सकत ह,    षत हवा म सांस ल सकत ह, ऊनी


                                                 े
                         े
                                                         ू

                                                                             े
                                            े
                         े
                           े
         े
                                े
   कपड़, चमकदार चमड़ क जूत पहन सकत ह, वह भी  बना  कसी परेशानी क! आपको यक न नह  आयेगा, ले कन यह सच
   ह।
     ै

   शंका-समाधान
   हम 30 स 60 क उ  क बीच क  22 म हलाएं ह। हम  न न ल खत म स एक या उसस अ धक सम या स पी ड़त ह-

                                                                                      े
             े

                                                                                                        े
                          े
                   े

         मुँहास े

         सर दद/माइ ेन                                             सोच म अ  ता

        एज एंड  लवर  ॉटस                                          थायरॉइड क  गड़बड़ी
                           ्
        हॉट/को   लैशेज                                             लड शुगर
        एलज                                                       मेनोपॉज क  सम या
                                                                  न द न आना
        वनज घटना
                                                                  साय टका
        गु सा                                                      तन  म कड़ापन व दद

        अ  - य (बोन-ड सट  लॉस)                                     ाँ डलाइ टस

        सनक                                                        तनो म  स ट

        माहवारी का अ नय मत होना                                   आथ राइ टस
        रोना-घबराना,  ड ेशन                                        वचा का  खापन
                                                                       े

                                                                            े

        पैर/पे शय  म अकड़न                                         घुटन/टखन म सूजन
                                                                      े
        याददा त म कमी                                             चेहर पर बाल

                                                                                 ्
                                                                     े
                                                                  यूट रन फाइ ॉइडस
        से स-इ ा म कमी                                            कान
                      े
        बाल  का झड़ना                                              वजाइनल  ॉ ल स
        शरीर म पानी का जमाव


                                                      े

   इन तमाम सम या  को डॉटर आम मानत ह और हम इ ह अपनी  ज दगी का  ह सा मानकर जीन                                            े

   क  सलाह दत ह।  या  लवर  ल ज स हमारी सम या  का समाधान हो सकता ह?
                                                                                                     ै
                    े
                       ै
                                                 े
                  े
                                    े
   हा, एक बार  लवर  ल ज करक द खए। आपको इसक  असरअंदाजी का यक न हो जायेगा। आपक  सम या या तो कम हो
      ं
                                 े
                                            े

                   ु
   जायेगी या  ब कल ठ क हो जायेगी। इसक बाद आप  जतनी बार य  ल ज करती जाय गी, सेहत म चम कारी बदलाव आता
                                                                    े

                                               े
   जाएगा।  हम 10 पु ष  का समूह ह। हमम स हरेक,  न न ल खत म स कोई न कोई सम या स पी ड़त ह।  या आप हमारी
                                     ै
                                                                                             े
                                                                                                      ै

                                                                       े
   कोई मदद कर सकत ह?

                       े
   39   40   41   42   43   44   45   46   47   48   49