-4- ु ामी िववेकानंद जी क कछ िवचार →अि का 1- हर छोटा बदलाव कामयाबी का ह ा होता ह। 2- खुद को कमज़ोर समझना ह सबसे बड़ा पाप ह। 3- मन क एका ता ह सम ान ह। 4- उठो, जागो और तब तक मत को जब तक ल क ा न हो। 5- जो ि पिव और साहसी ह वह जीवन म कछ भी कर सकता ह। ु