Page 28 - Epatrika2020 KV2 AFA DUNDIGAL HYD
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-15- - वतं ी पजं ा
क ा- दसव अ
म भारत का नाग रक हँू, मुझे ल दोन हाथ चा हए
म भारत का नाग रक हँू,
मुझे ल दोन हाथ चा हए।
बजली म बचाऊँ गा नह ,
बल मुझे माफ़ चा हए।
पड़े म लगाऊँ गा नह ,
मौसम मुझको साफ़ चा हए।
शकायत म क ँ गा नह ,
कारवाई तुरतं चा हए।
बना लए कु छ काम न क ँ ,
पर ाचार का अंत चा हए।
घर-बाहर कू ड़ा फकू ,
शहर मझु े साफ़ चा हए।
काम क ँ न धले ेभर का,
वते न ल नटाॅप चा हए।
एक नेता कु छ बोल गया सो
मु म पं ह लाख चा हए।
लाचार वाले लाभ उठाय,
फर भी ऊँ ची साख चा हए।
लोन मले ब ु ल स ा,
बचत पर ाज बढ़ा चा हए।
धम क नाम रवे ड़य खाएँ ,
पर दश धम नरपे चा हए।
जाती क नाम पर वोट द,
अपराध मु रा चा हए।
ट न म दंू धले भे र का,
िवकास मे परू ी र ार चा हए ।
म भारत का नाग रक हँू,
मझु े ल दोन हाथ चा हए।