Page 24 - Epatrika2020 KV2 AFA DUNDIGAL HYD
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िव ालय क याद
बड़ हो गए ह अब हम -क. अनषु ा
पर जब ू ल हम जाते थे! 10 अ
अपने शट क बटन हम ऊपर नीचे लगाते थे! को ट क लगवाते थे!!
पी. ट क जूतो को हम सफद चौक से चमकाते थे!!
काले जतू को अपने पे से साफ कर लते े थ!े
जब ू ल दर से जाने पे ाउंड क च र म चार लगती!!
याद आते ह वो िदन जब पयर बाहर होने पर म ास म ह क जाती थी!
ट चर क ास म आने पर जब म पकड़ी जाती थी!!
कभी पेट दद, कभी सर दद रोज नए नए बहाने बनाती थी!
ास म सबसे पहले जाना और ला बच पे जाकर बठै जाना!!
याद आता ह दो क बठै ने से पहले चेयर ख चकर उ नीचे गरा दना!
जाडो म सद होने पर ास बाहर लगवाते थे!!
फर दो म घर प रवार क क े हम खबू सुनाते थ!े
ू ल म जाने पर जब लड़क दो चोट बनाती थी!
रबन ना लगाने पर ट चर क डाट भी खाती थे!!
लंच होने से पहले सारा खा जाते थ!े
बाथ म क बहाने से ू ल क च र लगाते थे!!
ट चर न आने पर जोर जोर से च ाते थे!
परी ा होने पर ह ट चर क च र लगाकर कताब पर प र ा क आने वाले
ू ल हम जाते थ,े
ू ल ह हमारी ज त ह!!..