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ियमयाह का िपता िह��याह,
एक याजक था।
बेटा, जब तू पढना
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ियमयाह �यं भी समा� कर ले, तो
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एक याजक पद की सचीपत्रों को दू र रखना
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तयारी कर रहा �ान रखना।
होगा।
हाँ, िपता जी।
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एक राजा प्रभु का अनसरण करन वाला हो
इसका मतलब ये नहीं िक लोग भी करत हों।
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इसिलए, प्रभु ियमयाह के पास लोगों के
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िलए एक सदेश लकर आया....
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ियमयाह
कौन....कौन है
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वहा!?!
म� वही �ँ िजसन े
तुझे तेरी माँ के गभ�
म� रचा था।
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तर ज� से पहल, े
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म�न तुझे रा� � ों के
िलए अपना
भिव���ा
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िनय� िकया था!
प्रभु, म� यह नहीं जा! लोगों को
कर सकता! मेरा वचन सुना!
म� एक बालक �ँ! म�
नहीं जानता िक िकस डर मत, �ोंिक
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तरह से लोगों से बात म� तर साथ �ँ!
की जाती है....
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मत कह िक तू म�न अपन वचनों
े
ब�त छोटा है! को तरे मुँह म�
डाल िदया है!
ियम � � याह 23 23
ियमयाह 1 1