Page 22 - HINDI_SB58_Letters2
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                                                    “यीश मसीह का ज� राजा दाऊद के  प�रवार म�
                                                                ृ
                                                              े
                                                   �आ था और उसन मतकों म� से जी उठकर सािबत
                                                                      े
                                                         कर िदया िक वह परम�र है।”
                                                                  े
                                                          “�ोंिक म� न यह प्रचार िकया है, म�
                                                                       ृ
                                                         अपराधी की तरह ब�ीगह म� डाला गया
                                                              ु
                                                                 े
                                                         �ँ, पर� परम�र का वचन कै द नहीं है।”
          ु
            ु
        तीमिथयस, अपनी
       मूख�तापूण� बातों से
                 ु
        दू र रह - इिफसस
       अरितिमस देवी का
          शहर है!
















      “�ढ़ हो जा और इन स�ाईयों को िव�ासयो� लोगों को िसखा िक
                                         े
                             ु
        ू
      वे दसरों को भी िसखा सक�  - और यीश मसीह के  एक अ� यो�ा
                   के  �प म� दुख सह।”
                                                           ु
                                     “हर उस चीज़ से दू र भाग जो तुझमे बर  े  “परम�र के  लोगों को झगड़ाल नहीं
                                                                                    ू
                                                                     े
                                                   े
                                   िवचार उ�� करती है - लिकन उस चीज़ के    होना चािहए; उ�� उन लोगों के  िलए
                                    करीब रह जो तुझे सही करना चाहती है।”  कोमल, सहनशील िश�क होन चािहए
                                                                                   े
                                                            े
                                               “जो प्रभु से प्रेम रखत ह�   जो िवरोधी ह�।”  े
                                                           े
                                                और शु� मन रखत ह�,   “नम्र बनो जब तुम उन लोगों को िसखान
                                                  े
                                                उनक साथ िव�ास और    की कोिशश कर रहे हो जो स�ाई के
                                                 प्रेम का पीछा कर।”     िवषय म� उलझन म� ह�।”




















                         े
          “एक अ�ा काम करन वाला बन,
                  �
            िजसे शिमदा होना न पड़े जब
                 े
                  े
                           े
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           परम�र तर कामों को जाँच और
           तुझसे कहे, ‘ब�त अ�ा िकया।’”
                                                        II तीमिथयस 2
     20 20                                              II  तीम ु ु िथय ु ु स  2
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