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दसरों पर ब�त ज�ी दोष न लगाओ, हम एक बड़े घोड़ के मुह म� लगाम लगाकर घुमा मन� न हर तरह के जानवर या
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�ोंिक हम सब भी ब�त बार गलितया ँ सकत ह� और एक छोटी पतवार के �ारा िजधर भी प�ी को प्रिशि�त करक वश म� कर
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करत ह�। नािवक चाहता है, एक बड़ा जहाज मोड़ देता है। जीभ को वश म� नहीं कर सकता।
िलया है, लिकन कोई भी इसान
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यिद कोई अपनी ज़बान पर लगाम वैसे ही जीभ भी एक छोटी सी चीज है,
लगा सकता है, तो वह यह सािबत लिकन यह िकतना बड़ा नकसान कर और एक ही मह से आशीष और
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करता है िक वह हर पूरी तरह से सकती है। े
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अपन ऊपर िनयत्रण कर सकता है। श्राप दोनों िनकलत ह� – सच म�
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यह ठीक नहीं है!
यिद तुम �ानवान हो? जो ऐसा हो वह अपन े े � े े
कामों को अ�े चालचलन से उस नम्रता लिकन जो �ान �ग से आता है वह सबस पहल
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सिहत प्रगट कर और अ�ाई का जीवन शु� और नम्रता से भरा होता है। तब यह
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िजए। शाितिप्रय और िवनम्र होता है। यह दया और
कपटरिहत होता है।
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ई�ा और �ाथ इस तरह का �ान परम�र
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की ओर से नहीं है। ऐसी चीज सासा�रक,
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14 14 शारी�रक, और शतानी है। याकब 3याकू ब 3
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