Page 10 - rural development intro
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जनजानतयाुँ एवं किक
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               ग्रामीण समाज ववमभन्न लोगों, ववमभन्न ग्रामों एवं ववमभन्न



               संस्कनतयों  से  ममल-जुलकि  बनता  है,  जहाुँ  कवि  मुख्य
                                                                                             ृ
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               व्यवसाय होता है एवं ववमभन्न दस्तकाि एवं मशल्पकाि भी



               ककसी न ककसी रूप से कवि कायों से ही जुडे होते हैं। ग्राम में
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               कछ अन्य समुदाय भी बसे होते हैं, जजन्हें जनजानतयाुँ कहा
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               जाता ह। ऐसे भी ग्राम हैं जहाुँ कवल जनजानतयाुँ ही िहती
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               हैं।  हाल  क े  सिकािी  आंकडों  क े  अनुसाि  भाित  की



               जनजातीय  आबादी  में  67.8  मममलयन  लोग  अनुसूधचत



               जनजानत  से  संबद्ध  हैं  जो  भाित  की  कल  आबादी  का
                                                                                    ु


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               लगभग  8.08%  ह।  भाित  में  अनुसूधचत  जनजानतयों  की


               संख्या 698 ह। पंजाब, हरियाणा जैस िाज्यों में एवं हदल्ली,
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               चंडीगढ़  एवं  पांडडचेिी  जैस  कन्ि  शामसत  प्रदशों  में
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               अनुसूधचत जनजानतयाुँ न क े बिाबि हैं। इनकी सबस ज्यादा
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               संख्या उडीसा में हैं।
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