Page 14 - rural development intro
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समुदायों से अलग-थलग हो गय जो इनक मलए हाननकािक
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िहा! ऐसे शोिकों से बचने का इनक पास एकमात्र उपाय था
अंदरूनी एकाकी क्षेत्रों की ओि प्रस्थान ताकक दमनकािी
शजक्तयों क े शोिण से बचा जा सक।
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भाित में जनजानतयाुँ कवि कायों से भी जुडी हई हैं, जजसक
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कािण इनकी पहचान मुजश्कल होती है एवं ये किक क े रूप
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में ही जाने जाते हैं। कछ ववद्वानों ने इन्हें 'जनजातीय
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किक' का दजाण दने का प्रस्ताव िखा ह। कछ जनजानतयां
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ग्रामों क े ननकट बस गईं एवं अन्य समुदायों से इनका संबंध
बढ़ने लगा। कालान्ति में ये जनजानतयाुँ ग्रामों का अमभन्न
अंग बन गईं।
क े अनतरिक्त भाित में जनजानतयाुँ मछलीपालन,
बागवानी, मशकाि, झूम कवि, कला एवं मशल्प जैस कायों से
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भी जुडी हई हैं। ये लोग ववववध प्रकाि की आधथणक
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