Page 5 - rural development intro
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सुववधाओं  की  दृजष्ट्ट  से  काफी  ववकमसत  हैं।  भाित  में



               ववमभन्न िाज्यों क े ग्रामों में जीवन शैली एवं भौनतक दशाओं



               की दृजष्ट्ट से काफी ववववधता परिलक्षक्षत होती है, पिन्तु कछ
                                                                                                         ु


               ऐसी ववशेिताएुँ भी हैं, जो सभी ग्रामों में लगभग एक समान



               हैं। ग्रामीण एवं शहिी क्षेत्र ननिन्तिता क े दो छोिों से बुँध हए
                                                                                                       े
                                                                                                          ु

               हैं।  इन छोिों  पि बसे सभी  समाजों में ग्रामीण एवं शहिी



                                                           े
               ववशेिताओं का शुद्ध रूप दखने को ममलता ह। इन समाजों
                                                                                        ै

               में ग्रामीण एवं शहिी दोनों क्षेत्रों का प्रभाव होता है जो समाज



               ग्रामीण छोि  की तिफ हैं वहाुँ ग्रामीण ववशेिताएुँ  अधधक



               हदखती  हैं,  जबकक  शहिी  छोि  वाले  समाज  में  शहिी



               ववशेिताएुँ अधधक दखने में आती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों का शहिी
                                               े


                                                                                           ै
               क्षेत्रों में परिवनतणत होना शहिीकिण कहलाता ह। पंजाब क े


                                                                                                          े
               ग्रामों में शहिों से लोग प्रवास कि िह हैं एवं उनकी प्रत्यक
                                                                           े

               गनतववधध में शहिी जीवन की झलक दखने को ममलती ह।
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                                                                             े
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