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नववर्ा का आगमन अपन सार् अनंत खुसशयौं को लेकर आता ह।वर्ा
2020का प्रर्म हदवस .. हर्ोल्लास में डूबा हआ जनमन संपूणा
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वातावरण को नवीनता क े सुदर रगौं से सजा रहा र्ा । सब एक दूसर े
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को सुनहर भववष्य की ढरौं शुभकामनाएँ दे रह र्े।ऐसा प्रतीत हो रहा
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र्ा कक सूया की प्रर्म स्त्वखणाम ककरणें संपूणा प्रकतत में अनंत सुख उडेल
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रही हो। 2020 क े जनवरी और फरवरी माह मानौं पलक झपकते ही
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बीत ते जा रह र्े ।एक अनजानी आहट कोववड19 की पढ़ -सुन कर भी
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सबअनदखा कर रह र्े।
इन आशंकाओं को नज़र अंदाज़ करते हए माचा का ववववध रंगौं से
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इठलाता महीना आ जाता ह।बसंत सौंदया से प्रकतत पल पल पररवततात
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हो ,रस- रग की मादकता से इठला रही र्ी..फ ू ल -पवियाँ,लता,खग-
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ववहग ,जनमानस शीतल मंद समीर संग उडे जा रह र्े। सशक्षा जगत
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से जुडे उच्चार्धकारीगण ,सशक्षक गण व छारौं क े जीवन मे परीक्षा का
वावर्ाक त्योहार शुऱू हो गया र्ा।सभी परीक्षा की तैयारी में जी जान से
जुट गए ।इसी बीच कोरोना वायरस नामक अनजान बीमारी से उपज े
भय व खौफ़ का वातावरण आशंका क े अनसुलझे सवालौं को लेकर आ
खडा होता है ।वर्ों से अपनी लय में चलता माचा का महीना ककसी
अदृश्य भय से र्राा -सा जाता है ।परीक्षाएंँँ अतनजश्चत काल क े सलए
स्त्र्र्गत हो गई । सरकार द्वारा लोकडाउन घोवर्त कर हदया जाता है
।चारौं तरफ़ पसरा सन्नाटा ....खाली सडकौं पर पसरी तनचाट
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तनजानता को दख सब हरान र्े।कहाँ एक पल भी साँस न लेने वाली
सडक ें अब शांत सोई पडी प्रतीत होन लगी।अतत व्यस्त्त,भागमभाग
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जज़न्दगी जजसमें स्त्वयं क े सलए भी समय ना होन की सदा सशकायत
करते हम सब अपन घरौं की खखडकी क े झरोखें में र्मी हई बेबस
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जज़दगी क े साक्षी बन गए र्े ।ऐस में रोज़ी रोटी की तलाश में हररोज़
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कमान खान वाल े समाज क े सबसे कमज़ोर वगा पर कोरोना का कहर
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अनक आफ़त लकर ट ू ट पडता है ।
Change your thoughts and your world will change.