Page 91 - PowerPoint Presentation
P. 91

"शिक्षा िो है बहि जऱूरी सार् ही सास्कतिक गतिविधधयां िी हो पूरी "
                                                            ं
                                                                ृ
                                 ु



            बच्चौं क े सलए सशक्षा जीवन का महत्वपूणा भाग है । बच्चौं को सशक्षा क े सार्-

                                                                                              े
            सार् सांस्त्कततक गततववर्धयौं में भाग लना भी बहत जऱूरी है। इसस बच्चौं की
                                                            े
                         ृ
                                                                        ु
                                       े
            प्रततभा में तनखार आन क े सार्-सार् वे मानससक ऱूप से भी सुदृढ़ होते हैं उनक                     े
            व्यजक्तत्व ववकास में ये गततववर्धयां बहत सहायक होती है जो ववद्यार्ी को
                                                              ु
                                                              े
            पढ़ाई क े सलए उत्साह प्रदान करती है इसक माध्यम से बच्चौं को जीवन में आग                         े
                                                                        ँ
            बढ़न का मंच प्राप्त होता है बच्चौं में छ ु पी प्रततभाए ववकससत होती हैं उन्हें फलन               े
                  े
                   े
            फ ू लन का सही अवसर समलता है ऐसी गततववर्धयां ववद्यालय क े छार छाराओं
            का ववकास में अहम भूसमका तनभाता है हमार ववद्यालय में भी प्रतत वर्ा की भांतत
                                                                 े
            इस बार भी पूर वर्ा सांस्त्कततक गततववर्धयां हई जजनमें छार-छाराओं ने बढ़-
                              े
                                            ृ
                                                                     ु
            चढ़कर हहस्त्सा सलया उनकी क ु छ झलककयां तनम्न प्रकार है 1.जल बचाओ
            असभयान
                 े
                               े
            2. बटी बचाओ बटी पढ़ाओ
            3. Covid-19 क े प्रतत जागऱूकता
            4. नारी ऱूशजक्तकरण

            5. त्रबहटया हदवस
            6.तम्बाक ू व नशा तनर्ेध असभयान

            7. स्त्वच्छता असभयान
            8 गुरु तेग बहादुर जी जन्मशती
            9.स्त्वतंरता हदवस

            10.आजादी का महोत्सव
            11.गंदगी मुक्त भारत।

            12 .एक भारत श्रष्ठ भारत इत्याहद।
                               े
            इन गततववर्धयौं क े द्वारा बच्चौं ने अपन समाज व आसपास क े सामाजजक
                                                                े
                                                                                       े
            समस्त्याओं क े प्रतत जागऱूकता उत्पन्न हए बच्चे बदलते पररवश क े प्रतत सजग
                                                             ु
                                                                                    े
            होकर अपनी सोच व व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लान में सफल हए वह
                                                                                                    ु
                                                 े
                              े
            समाज में अच्छ नागररक बनान हतु अग्रसर हए ।
                                                    े
                                                                  ु
            जयमाला ससंह
            CULTURAL IN-CHARGE



                                                                            AASTHA
                                                                            9 A





       A nation’s culture resides in the hearts and in the soul of its

       people.
   86   87   88   89   90   91   92   93   94   95   96