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“इन बातों के बाद मैं ने नया आकाश और नई
              पृथ्वी देखी, क्योंकि पहला आकाश और
             पहली पृथ्वी टल गए थे, और समुद्र न रहा।”

                 “तब मैंने पवित्र नगर - नया यरूशलेम देखा।[1] वह परमेश्वर के पास से स्वर्ग में से
                 उतर रहा था। वह निखराहुआ और तैयार था, जैसे दुल्हन अपने पति से मिलने के लिए
                                       तैयार हो।”

             “मैंने सिंहासन पर से किसी कोऊँचेशब्द से कहते सुना: ‘परमेश्वर का डेरा
            अब लोगों के बीच में है! परमेश्वर उनके साथ रहेगा, और वे उसके लोग होंगे।
               परमेश्वर स्वयं उनके साथ रहेगा, और वह उनका परमेश्वर होगा।’”

                   “वह निश्चय ही उनकी आँखों से सब आंसू पोंछ डालेगा। मृत्यु फिर नहीं रहेगी -
                      या शोक या रोना या दर्द नहीं होगा। जीवन कीपुरानीबातें जाती रहेंगी।”

                 “तब परमेश्वर ने जो सिंहासन पर विराजमान है, कहा, ‘और अब मैं सब कुछ नया
                  करता हूँ!’उसने मुझे यह भी निर्देश दिया, ‘इसे लिख ले, क्योंकि ये सब सत्य
                          वचन हैं और इन पर भरोसा किया जा सकता है।’”












































                                                                                                                                                    “और उसने यह भी कहा, ‘पूरा हो गया! मैं प्रथम और अंतिम, आदि
                                                                                                                                                    और अंत हूँ। जो कोई प्यासा होगा उसे मैं जीवन के जल के सोते में
                                                                                                                                                             से मुफ्त में पीने का अधिकार दूँगा।’”


                                                                                                                                                   “लेकिन जो डरपोक हैं, कपटी हैं, घिनौने हैं, हत्यारे हैं,
                                                                                                                                                  व्यभिचारी हैं, जो जादू-टोना करते हैं, जो मूर्तियों की पूजा
                                                                                                                                                   करते हैं, और सभी झूठें - उनका एक ही स्थान है।” [2]
        [1] स्वर्गकीराजधानी।
                                                                                                                                                        “अनन्त काल के लिए उनका ठिकाना आग और गंधक
         [2] बाइबल, अविश्वास का उद्धरण देने के अलावा, अविश्वासियों के                                                                                    से जलती हुई झील होगी - यह दूसरी मृत्यु होगी।”[3]
             चरित्र और जीवन शैली के लक्षणों को भी दर्शाती है।

         [3] और अविश्वासियों के लिए भी एक ही मंजिल है –
        नरक। और वह अनन्त काल के लिए है, जिसमें बचने का                                                                                                                    प्रकाशितवाक्य
                                                                                                                                                                          प्रकाशितवाक्य 21:1-8 21:1-8
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