Page 31 - Microsoft Word - word lok hastakshar - Copy
P. 31
े
े
लोग' स ब%तयान और समय काटन का ब1ढ़या अqडा था उसक #लए... जमाल #मयां का चाय का खोखा,
े
े
े
े
7
उसका खाता चलता था वहां... मह!न क आLखर म उसन 1हसाब-9कताब करते व&त कभी तकरार नह!ं
े
े
9कया था, चुपचाप बट ु ए स kपए %नकाल जमाल #मयां क> हथेल! पर धर दता था.... यह उसका सबस
े
े
े
े
े
ब1ढ़या गुण था, वरना उस पूरा 1दनभर लोग' स तकरार करते हए दखा जा सकता था।
ु
ै
े
उसक> #म6 मंडल! का दायरा भी कम Pवशाल नह!ं ‘&य' ब, तुझे &या तकल!फ ह? बोल ?
े
ं
े
था.... जहां %तवार! साहब जैस पु#लस क बड़े हाथ मg जलाता ह, भूखा तो नह!ं ना मरता?’ वह
ू
े
7
Kरटायड अUधकार! उसक #म6' म शा#मल थे, वह!ं तुनक उठा था।
े
रल Pवभाग क अनेक चौथा दजा कम चार! भी
े
े
उसक दो त न मशPवरा 1दया था, ‘तेर!
े
7
े
े
उसक पKरUचत' म स थे। वह भी तो रल Pवभाग
े
े
ं
बेहतर! क #लए कहता ह, चार 1दन िजंदगी क
े
ू
े
का सेवा%नवृ?त कम चार! था, उ क आLखर! पड़ाव
े
सुख स रह।’
े
7
े
तक आते-आते उसक> मृ%तय' म अब भी रलव
ै
का सरकार! &वाटर सरसराता ह..... जहां वह ‘यह!ं ठtक ह, इस शहर म मेर! dह ह...
ं
ै
7
ू
े
अपनी बीवी और बfच' क साथ जान 9कतन साल आLखर! व&त पर भी यह!ं रहगा।’ वह अZड़यल
े
े
ं
ू
े
रहा था.... अब वो जमाना फर कहां लौटगा.... यह घोड़े क> तरह टस-स-मस नह!ं होना चाहता था।
े
सोचते हए उदास हो जाता रहा ह.... बfच' को एक ह! रट लगाए रहा था, ‘रहन स &या फक
ै
े
े
ु
िजतना पढ़ना था, पढ़ाया.... नौकर! क लायक पड़ता ह, सभी जगह.... सभी शहर एक जैस होते
े
े
ै
7
बनाया.... िजJमेदाKरय' क> गठर! उठाए चलता हg। खान म दो ट ू क ह! होते ह ना आदमी न....
ै
े
7
े
े
रहा.... और.... वह अकला हो गया। उसक> बीवी इVजत क> रोट! तो खाता ह।’
ं
ू
को गुजर हए बीस साल हो गए हg। बडा बेटा
े
ु
ै
े
ै
7
बनारस म होता ह.... छोटा जबलपुर म बे1टयां ‘इस इVजत क> रोट! कहता ह? रोज-रोज
7
सखी हनुमान मं1दर वाल' न तुझे लंगर Lखलान
े
े
अपन-अपन ससुराल म खुश ह... और... उस सभी
7
े
े
g
े
े
े
का ठका तो नह!ं ल रखा?’
े
े
g
मना चुक ह 9क कह!ं भी रह ल... बनारस या
े
े
जबलपुर ले9कन उस तो झांसी क गल!-क ू च' म ‘जहां इतन लोग खाते ह... मेर खान स
7
े
g
े
े
े
घुम&कड़ी करना ह.... अपनी जमीन स कट कर &या फक पड़ता ह... 9फर मg सेवा भी तो करता
ै
े
ै
ै
े
े
जीना उसक #लए दुMकर ह, उस यह!ं रहना ह.... ह.... पूरा 1दन.... पूछ लेना मं1दर वाल' से।’
ै
ं
ू
े
े
ै
े
यह!ं करना ह.... Uच6ा चौराह पर लगन वाल
‘पता ह.... लोग &या-&या बाते करते ह?’
g
ै
े
7
रोजाना भ2डार म खान का लु?फ लेना ह।
ै
े
े
ू
े
े
उस 1दन उसक 9कसी पुरान दो त न ‘करन दो... जहर #मयां 9कसी क> परवाह
े
7
ं
नह!ं करता... भाड़ म जाए वे।’
उसेस पूछ #लया था, ‘&य' ब... यहां &या रखा ह
ै
े
तेरा? बेट' क पास रहगा ता रोट! क> Uचंता तो
े
े
े
हटगी।’
मई – जुलाई 31 लोक ह ता र