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इससे उनक> पूर! दह जल कर काल! पड़ गई। राVय पुनः +क ृ %त क> र ा करने वाले रा स' को
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इसी तरह वkण दवता, अपने #म6 सोम क साथ लौटाना होगा और उन रा स' से +ाथ ना करनी
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जब समु\ से Vवार भाटा उठाने क #लए %नकल, तो होगी 9क वे Pवक ृ %त से Pववाह कर ल। रा स' का
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उSह'ने पाया 9क उनक तल म इतनी अUधक Pवक ृ %त से Pववाह हो जान पर Pवक ृ %त क गभ से
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yलाि टक और जंग खाई चीज़ एक6 हो गई थी +क ृ %त क नये dप का जSम होगा। तभी इस
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9क उनका अपने Vवार भाट पर %नयं6ण ह! नह!ं महान संकट से पृlवी क> र ा हो सकगी।
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रह गया था। तभी उSह'ने यह पाया 9क थल क बेशक यह एक कथा मा6 ह परतु अगर आज
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समतल पर रहने वाल लोग' को उनक इस हमार समय म इस तरह क> कथाएं #लखी जा
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अपराध का दड दन क #लए उनक> अपनी एक सकती हg तो इसका एक ह! मतलब ह। वह यह ह
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पु6ी सुनामी अमया 1दत होकर तट' पर Pव yत सी 9क अब हम मनुMय और +क ृ %त क संबंध' पर 9फर
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सब क ु छ नMट करने क #लए %नकल गई थी। व
से गहराई से Pवचार करना पड़ेगा।
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उसे रोकन म वयं को असमथ पा रह थे। इसी
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मनुMय और +क ृ %त क आपसी Kर`त' क> मौजूदा
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+कार वायु दवता जब संसार म सबको जीवन
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संरचनाओं को ठtक स समझने क #लये ज़dर! ह
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शि&त क dप म अपने भीतर रहने वाले +ाण'
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9क हम उनक> ज़मीन म उ?खनन कर, उन क>
का उपहार दन क #लए मंद-मंद टहलते हए आग
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बढ़ , तो उSह'ने दखा 9क उनक कोष म अब +ाण जड़' तक जाएं और इन Kर`त' क बीज न&शे
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तैयार कर। इस क #लय हम सुदूर अतीत म
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नह!ं, कवल अपान बचे थे। जैसे ह! उSह'ने अपान
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जाना होगा और समझना होगा 9क ये संबंध 9कस
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क पा6 से ढ&कन उठाया, उसका Pवष उलट कर
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तरह क संबंध रह ह'गे। इसे जानने क #लए हमार
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वयं उSह!ं को चढ़ गया और व वमन करते हए
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अपनी आसSन मृ?यु क> ओर बढ़ते नज़र आए पास सबसे पुरान #लLखत +माण क dप म वद' क
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अ%तKर&त और कोई भाषापाठtय ¿ोत नह!ं ह।
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और मृ?यु स बचन क> को#शश म सब ओर
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अSय ¿ोत' क dप म गुफाओं म मौजूद #भि?त
पागल' क> तरह भटकते और आंधी तूफान मचाते
Uच6 ह अथवा भूगभ से उ?खनन क बाद +ाyत
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हए 1दखाई दने लगे। यह! ि थ%त शेष सभी
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दवताओं क> भी थी। सूय दवता इतने अUधक ताप होने वाले अनेक ऐसे पदाथ ह जो उस समय क
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मनुMय और उसक +क ृ %त क साथ संबंध' पर क ु छ
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त हो गए थे 9क उनक कारण पृlवी पर
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+काश डाल सकते हg। परतु वह सब अब
वैि`वक तापकाल क आरभ हो जाने से भयानक
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अUधकांशतः अनुमान या हमार! Dया{या पर
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असंतुलन पैदा हो गया था। ले#शयर Pपघलन लग
आU~त ह। तथाPप हम कह!ं से तो शुkआत करनी
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और पृlवी पर जल +लय क आसार उ?पSन हो
होगी। तो आइए एक +यास करते हg।
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गए थे। अब दवता घबराकर पुनः ¾मा क पास
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गए और उनसे इस संकट क %नवारण क #लए उपयु &त ¿ोत' को दखते हए जो क ु छ थोड़े स
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उपाय पूछने लगे। ¾मा ने उनसे कहा 9क इसका %नMकष %नकाले जा सकते ह, वे इस +कार ह :-
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एक ह! उपाय ह। वह यह ह 9क अब उSह अपन एक : मनुMय क #लए +क ृ %त असीम शि&त और
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अजेय होने क वरदान को छोड़ना होगा। वग का अपKर#मत संभावनाओं स यु&त एक आ?म%नयं56त
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मई – जुलाई 42 लोक ह ता र