Page 52 - Microsoft Word - word lok hastakshar - Copy
P. 52

पंजाबी कहानी


                                                                                                 कसरा राम
                                                                                                   े
                                                                                               पंजाबी कथाकार
                                                                                         क ु ल पांच कहानी सं–ह

                                                                                                    7
                                                                      े
                                                    पंजाबी-राज थानी स पर पर अनुवाद क> अनेक पु तक +का#शत
                                                                 हKरयाणा पंजाबी सा1ह?य अकादमी |वारा पुर क ृ त
                                                                                                             7
                                                                                  े
                                                         कथा सं–ह ’जनानी पौद’  क #लए ’ढाहां पुर कार-2020 म

                                                     सJपक – म.नं 420, से&टर 16, 1हसार-125005 (हKरयाणा) मो
                                                                                               09416235210
                                                                               ईमेल - kesraram@gmail.com


                                                                ं
                                                                                ै
                                          पुNलNसया Hयू मारता ह?


                                                   े
                                                                                                  े
                                         ै
                                                            7
                                                                                                             े
               1दल!प  क>  1दल!  {वा1हश  ह  9क  उसक  संदभ   म    होने का ठyपा। यह Pवशेषण उसक> दह पर गोदन
                                                                                        ै
               मशहर  हो  जाए  9क  एक  तो  वह  अUधक  सोचता       क> तरह गुद गया लगता ह।
                    ू
                                                                                                            7
                                                                                                  े
                                                                 े
               नह!ं ह और दूजे वह 9कसी #सपाह!-Pवपाह! से नह!ं     दश क> सरहद पर अवि थत इस छोट से गांव म,
                     ै
                                                                                7
                                                                                       ु
               डरता। वह हर हाल इन दो आरोप' से मु&त होना         अपनी न%नहाल म रहते हए जब वह 9कसी मुŠयार
                                                                को यह गाते हए सुनता ह,
                                                                                       ै
                                                                             ु
                                                            े
               चाहता ह। पर जब उसक यार-दो त कहते ह, ‘‘अर
                       ै
                                     े
                                                       g
                                                                                                     ै
                                                                                                             7
                                                                                            े
                                                                                         े
                                                                                7
               भावुक दहाती, &या सोचा करते हो 1दन भर?’’           ‘कोठt  चंडीगढ  म  डलवा  द  र,  उड़ती  ह  गाँव  म
                       े
                                                                धूल...’  तो  चंडीगढ़  उसक>  आँख'  म  सपना  बन
                                                                                                  7
                                                           ै
               तो  वह  चीख  उठता  ह,  ‘‘कौन  साळा  कहता  ह?     उभर आता ह।
                                    ै
                                                                            ै
               कौन  9कसी  तरह  से  डरा  सकता  ह  मुझे?’’  उन
                                                ै
                                                                                                             े
                                                                और एक 1दन यह जुनूनी सपना यथाथ  का dप ल
                                                      ै
               जैसी  भाषा  बोलने  क>  को#शश  करता  ह।  9फर
                                                                                       े
                                                                लेता ह। नौकर! लगने क बाद जब उसे च2डीगढ़
                                                                      ै
                                                            े
               सोचना  शुd  कर  दता  ह।  बात  का  खुलासा  करन
                                 े
                                     ै
                                                                                   ै
                                                                म %नयुि&त #मलती ह। चाह कोठt न सह!, ले9कन
                                                                                         े
                                                                  7
                     ं
               और ऊचा बोलने से बात का वजन कम हो जाता
                                                                च2डीगढ़ म %नवास तो नसीब हआ।
                                                                          7
                                                                                            ु
                 ै
                                                  ै
               ह।  बावजूद  इसक  वह  ऐसा  करता  ह।  बार  बार।
                               े
                                                                  ं
                                                                      े
                                                                यू चाह उस जैसे #भSन-#भSन +क ृ %त वाले इSसान'
               जानबूझ कर।
                                                                                            ै
                                                                क> ट-ट को जोड़ कर बना ह चंडीगढ शहर, पर
                                                   g
               उसे ऐसी ह! बात DयUथत 9कए रहती ह, पर सबसे
                              7
                                                                खुद  को  अब,  बहत  जnद  इसम  अन9फट-सा
                                                                                                 7
                                                                                  ु
               अUधक परशान करता ह उस पर लगा ‘बीबा बेटा’
                         े
                                     ै
                                                                महसूस करने लगा ह। &य' वह इस शहर क रग
                                                                                   ै
                                                                                                         े
                                                                                                           ं
               मई – जुलाई                             52                                                                   लोक ह ता र
   47   48   49   50   51   52   53   54   55   56   57