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P. 51

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               सं क ृ %त  का  Pवकास  करने  क>  बाबत  सोचना      र क'  क>  इस  भू#मका  म  उSह  अब  शहर'  और
                                                                                        7
                                                                       े
               पड़ेगा।                                           गांव' क उन तमाम सजग Dयि&तय' का समथ न
                                                           ं
                                                   े
               नया  अथ   तं6  वह  होगा  जो  +क ृ %त  क  अंधाधुध   भी  +ाyत  होगा,  जो  पृlवी  पर  बचे  खुचे  +ाक ृ %तक
               दोहन  शोषण  क>  बजाय  +क ृ %त  को  बनाए  और      पKरवेश  को  बचाना  चाहते  हg।  य1द  पुराना  शhद
                                                                                                        े
                                                                                     7
                                            े
               बचाए भी रखेगा, और मनुMय क #लए उपयोगी ह!          रा स वन' क> र ा म तैनात Dयि&तय' क #लए
                                                                                                       े
                                                                                 7
                                              े
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               नह!ं होगा अPपतु उसक #लए मुनाफ वाल! बात बन        था, तो यह कहने म अब 9कसी को कोई गुरज़ नह!ं
                                   े
                         े
               कर  उसक  आगे  क  Pवकास  का  रा ता  भी            होना  चा1हए  9क  आने  वाला  समय  रा स'  क>
                                                                स¼यता  और  सं क ृ %त  क>  वापसी  का  समय  हो
               1दखाएगा।
                                                                        ै
                                                                सकता ह।
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                     े
                इसक  #लए  हम  नई  तरह  क>  उ?पादन  पW%तय'
                 े
               क  Pवकास  क>  बाबत  सोचना  पड़ेगा।  समय  आ        दूसर  शhद'  म  कह  तो  भPवMय  को  बचान  का
                                                                              7
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                       ै
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               गया  ह  9क  हम  उfच  तकनीक>  क  बाद              तर!का  +क ृ %त  म  संपूण   वापसी  क  अलावा  दूसरा
                                                                               7
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               +क ृ %तमूलक  तकनीक>  क>  ओर  मानव  समाज  क       नह!ं  ह।  बचे  हए  वनखंड'  को  और  पृlवी  म
                                                            े
                                                                                                             7
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               Pवकास क आयोजन को पहल द।                          संरœ त ख%नज संपदा को अब Pववेकपूण  तर!क स
                                                                             7
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               पूर!  दु%नया  म  शहर!करण  का  इतना  अUधक         इ तेमाल    म    लान    वाले   Dयि&तय'     और
                              7
                                                                                                      े
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                                  ै
               Pव तार  हो  चुका  ह  9क  +क ृ %त  क  सम–  और     अथ शाि 6य'  क>  ज़dरत  पड़ेगी।  +क ृ %त  क  र क
                                                                                                      े
                                                                        े
                                                                            े
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               संपूण  पKरवेश वाले अंचल, शहर' और गांव' से पर     अब  धीर-धीर  शहर!करण  वाल!  स¼यता  क  भीतर
               दूर सीमांत' पर बहत छोट-छोट खंड' क> तरह ह!        भी अपने #लए जगह बनाने का +यास कर सकते
                                       े
                                            े
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                                                                                                   े
               बचे हए हg। कह!ं कह!ं पशुओं क #लए संरœ त वन'      हg। वे  थल जो शहर!करण क क$>ट क जंगल' म
                                           े
                    ु
                                                                         े
                                                                                     g
                                   ै
               को भी बचाया गया ह। परतु आ1दवासी और पहाड़'         बदलने  स  बच  गए  ह,  उन   थल'  को  +ाक ृ %तक
                                       ं
                                                                                                  े
                                                                                                           ु
               पर रहने वाले बहत थोड़े से जनसमूह ऐसे हg जो        वन थल'  क>  तरह  Pवक#सत  करने  क  #लए  बहत
                                ु
               अभी भी संपूण तः और सम–तः +ाक ृ %तक पKरवश         बड़े आंदोलन' क> ज़dरत पड़ेगी। उन सब को  हम
                                                           े
                                                                                     े
                                                      ै
               और  उससे  जुड़ी  आUथ कता  पर  जीPवत  ह।  आज       स¼यता और सं क ृ %त क नवरा सी पुनk?थान क>
                                                                                          े
                                                                                                             े
                                                                      े
               मानव  जा%त  क>  उJमीद  उSह!ं  से  बची  ह।  य1द   तरह दख सकते हg। इन सबक समिSवत +यास' क
                                                      ै
                                                                             ै
               अंधाधुध  शहर!करण  क>  घुसपैठ  उन  थोड़े  स        |वारा संभव ह, हम मनुMय क> बाहर! +क ृ %त और
                     ं
                                                            े
                                                                                े
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               वनांचल॔ म भी हो गई, तो पूर! पृlवी से +क ृ %त क   आंतKरक +क ृ %त क तालमेल वाल! एक नई स¼यता
                                                                               े
               पKरवेश  वाले  खंडो  का  सफाया  हो  जाएगा।  तब    और  सं क ृ %त  क  Pवकास  क>  कोई  भू#मका  बना
               मानव  जा%त  को  महा  Pवक ृ %त  क  दौर  म  +वेश   पाएं।
                                              े
                                                      7
                                   ं
               करना  ह!  पड़ेगा।  परतु  उससे  पहले  एक  उJमीद
                                                                           '
                                                                       संपक : ए-563 पालम Aवहार, गुPlाम-122017
               अभी  बची  हई  ह।  वनवासी,  पहाड़ी  और  सीमांत
                                ै
                           ु
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                                                            े
                  े
               +दश' म रहने वाले जो लोग +ाक ृ %तक पKरवेश स                                     मो. 9814658098
               जुड़े  अथ तं6  पर  जीPवत  ह,  अब  उSह  +क ृ %त  क
                                                  7
                                                            े
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               र क'  क>  भू#मका  म  आना  पड़ेगा।  +क ृ %त  क
               मई – जुलाई                             51                                                                   लोक ह ता र
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