Page 140 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
                                      - ज/र, ये भी कोई पूछने क बात है।

                                      - अभी तुमने बंबई म लड़5कय* के  िलव इन म रहने क
                                        बात क। ले5कन यह+ं बंबई म आज भी लड़5कय* का एक
                                        बहुत बड़ा तबका रहता है जो रहता बेशक बंबई म है,
                                        लोकल भी है, जीवन कु छ हद तक आधुिनक भी है ले5कन
                                        बं5दश उसके  5हः से म उतनी ह+ ह Oजतनी 5कसी छोटे
                                        शहर म लड़5कय* के  5हः से म आती ह।

                                      - ज़रा बात खोल कर बताय ना। जलेIबयां कु छ H यादा ह+
                                        गोल हो रह+ ह।

                                      - अभी कु छ 5दन पहले मुझे लड़5कय* के  एक 5डमी कॉलेज
                                        म एक रचना िशIवर आयोOजत करना था। लगभग 75
                                        लड़5कयां थीं। कु छ मुOःलम भी थीं जो बुरके  म थीं। वे ह+
                                        सबसे H यादा सवाल पूछ रह+ थीं और बातचीत म 5हः सा
                                        ले रह+ थीं। जब मने उनके  पंजीकरण के  फाम< देखे तो
                                        पाया 5क कम से कम 27 लड़5कय* ने अपना ईमेल आइड+
                                        नह+ं 5दया था, J यारह लड़5कय* ने अपना मोबाइल नंबर
                                        नह+ं 5दया था। पूछने पर उT ह*ने यह+ बताया 5क या तो
                                        ईमेल आइड+ है ह+ नह+ं या देने क इजाज़त नह+ं है।
                                        मोबाइल नंबर भी न देने वाली लड़5कय* ने यह+ बताया

                                        5क हर 5कसी को वे अपना मोबाइल नंबर नह+ं दे सकतीं।
                                        इजाज़त नह+ं है। िमसयूज हो सकता है।

                                      - मेट इं5डयन ः टोर+। आगे _ या हुआ?


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