Page 141 - Not Equal to Love
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नॉट इ वल टू लव
- शाम को सऽ के बाद चाय पीते हुए कु छ लड़5कय* ने
माना 5क वे बेशक फे सबुक पर ह ले5कन फे क आइड+ से
ह। कु छ ने ये भी माना 5क वे घर और कॉलेज के अलावा
कह+ं नह+ं जातीं। यहां तक 5क कु छेक लड़5कयां आज तक
िसफ< चार 5कमी दूर जुहू तक नह+ं गयी थीं।
- देखा, म यह+ कहना चाह रह+ थी 5क हम 5कतने भी
मॉडन< हो जाय, 5कतने भी महंगे मोबाइल ह* हमारे पास,
अपनी बहू बे5टय* को अंगूठे तले ह+ रखगे।
- यहां तुमसे सहमत हूं छIव।
- देव, एक रोचक 5कः सा सुनाती हूं।
- इरशाद।
- जगजा+हर है ये +कः सा ले+कन शेयर करने म हज* नह ं है।
- जी
- अभी कु छ 5दन पहले यहां ःथानीय िनकाय* के चुनाव हुए
थे। बहुत सार+ सीट म5हलाओं के िलए आरOuत थीं। तो
जब चुनावी पोःटर लगे सब तरफ तो पोःटर पढ़ कर ह+
खूब हंसी आती थी।
- जैसे?
- भीमसेन च_क वाले क प नी दुलार+बाई को वोट द या
राम सेवक सुनार क बहू गुलाबी को वोट दे कर सफल
बनाय। पोःटर पर Oजस म5हला क तः वीर होती थी,
लगता था पहली बार कै मरे के सामने आयी है।
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