Page 67 - Not Equal to Love
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नॉट इ वल टू लव
ह, बात कर सकती ह, मन क बात शेयर कर सकती ह,
अपने कमरे के एकांत म, देर सबेर 5कसी भी समय पूर+
दुिनया क गितIविधय* म शािमल हो सकती ह। ूेम कर
सकती ह, अपने आपको हलका कर सकती ह, पसंद न
आने पर 5दन म दस बार दोः त बदल सकती ह और
सबसे बड़+ बात, अगर चाह तो अपनी ूाइवेसी बनाये रख
सकती ह या िनजता बरकरार रख सकती ह। वे अपने
पड़ोसी से भी अपनी पहचान बताये Iबना दोः ती कर
सकती ह और तथाकिथत ए_ सूेशन और शेय=रंग का
सुख पा सकती ह।
आप कह सकते ह 5क फे सबुक उनका या सबका बहुत
समय ले रहा है, फे सबुक प=रवार का ताना बाना Iबगाड़
रहा है या गंदगी फै ला रहा है या ये कर रहा है, वो कर
रहा है तो सर, कोई भी नयी चीज़ आती है तो उसके
फायदे नु_ सान समझने म समय तो लगता ह+ है।
फे सबुक हमारे जीवन म अचानक आया और आते ह+
हमारे जीवन म इतनी जगह घेर चुका है 5क जब तक
कोई इससे बेहतर और मजबूत IवकYप नह+ं आ जाता, ये
यह+ं रहने वाला है। म ः वीकार करती हूं 5क लड़5कयां या
म5हलाएं इसका कह+ं न कह+ं गलत इः तेमाल भी कर रह+
ह*गी तो _ या पुष वग< इसका बेजा इः तेमाल नह+ं कर
रहा _ या। अगर फे सबुक या मोबाइल के इस तरफ लड़क
है तो तय है दूसर+ तरफ पुष ह+ है। तो सौदा बराबर+ का
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