Page 70 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
को अपना बेहतर+न गोपनीय दोः त, बेहतर+न टाइम पास
और बेहतर+न गाइड मानती हूं। म बेशक यहां ऑफ लाइन
ह+ रहती हूं, बहुत थोड़े से, िगने चुने दोः त* से ह+ बात
करती हूं। फोन पर िसफ< आपसे। आपने मेरे िलए अपने
और दूसर* के बेहतर+न सा5ह य के दरवाजे खोले, मेरे
साथ यादगार संगीत शेयर 5कया और सबसे बड़+ बात मेरे
मन म जीवन के ूित आःथा जगायी। ऐसा नह+ं था 5क
म फे सबुक से पहले जीवन नह+ं जी रह+ थी, ले5कन
फे सबुक पर आने के बाद पता चला 5क म अपने बारे म
और अपने आसपास क दुिनया के बारे म 5कतने फालतू
के ॅम पाले हुए थी। थ_ स सर फॉर ऑल द नाइस िथंJ स
यू शेयड< Iवद मी। पहले घर क चहारद+वार+ तक ह+ मेर+
दुिनया सीिमत थी, अब दुिनया का ओर छोर नज़र नह+ं
आता। म पहले क तुलना म अपने आपको बहुत अमीर
महसूस करती हूं।
फे सबुक के बारे म आपने अपनी वॉल पर जो 5टyपणी
िलखी है उसे पढ़ कर म देर तक हंसती रह+। आप भी
ना... _ या तो िलखा है आपने.. हमारे देश म बहुत सी
असंतु और अतृ आमाएं रहती ह। फे सबुक ऐसी
असंतु और अतृ आमाओं क भावनामक शरणःथली
है। ऐसी H यादातर आमाएं यहां एक मजबूत कं धा तलाश
रह+ ह ता5क अपना िसर कु छ देर के िलए 5टका सक ।
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