Page 38 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
P. 38
समय बदला। दन आगे बढ़े। देखते-देखते ह% न जाने +कतने मौसम
बदल गये। सारे इ
ाएल देश म. मौसमJ म. सबसे अvधक तकल%फदेह मौसम
भीषण गमV का था। वह भी गया तो वातावरण म. ठंडक आई। लोगJ के बदन
गम0 कपड़J म. 5लपट गये। बा<रश का तो कोई समय ह% नह%ं था। यहोवा
परमेXवर क1 आशीषJ म. बा<रश आवXयकतानुसार होती ह% रहती थी। ले+कन
+फर से जब ग5म0यJ का मौसम आया तो उसक1 गमV के साथ-साथ पड़ौसी
अ?मो;नयJ के दमाग भी गम0 होने लगे। वे आये दन इ
ाए5लयJ से लड़ने
लगे। +फर जब इ
ाएल% अ?मो;नयJ से परेशान होने लगे तो vगलाद के रहनेवाले
समPत वृc लोगJ ने स?मि{त बुलाई और इस स?मि{त म. ;यeतह शूरवीर को
+फर से याद +कया गया। इसके बाद समPत वृc लोग 5मलकर तोब देश म.
;यeतह को बुलाने के 5लये गये। और जब वे ;यeतह से 5मले तो अपनी सार%
परेशा;नयJ को बताते हये वे उससे बोले +क,
ु
'अ?मो;नयJ ने हम पर चढ़ाई करके हमारा जीना मुिXकल कर दया है, सो
हम चाहते ह8 +क तू अब चलकर अ?मो;नयJ से लड़ और हमारा धान ठहरे।'
;यeतह ने उनक1 बात सुनकर उनको उ{तर दया,
'पहले तो तुम सब लोगJ ने मुझसे बैर रखकर मुझे अपने घर से ;नकाल
दया और अब जब तुम पर मुसीबत आई है तो मुझे धान बनाना चाहते हो
ता+क म8 अ?मो;नयJ से लड़ं?'
ू
वे सब उससे बोले,
'हां ! हम सब यह% चाहते ह8। हमने जान 5लया है +क vगला दयJ म. एक तू
ह% ऐसा शूरवीर है जो हम पर भुता कर सकता है।'
'इसका मतलब है +क, तुम मुझे 5मलकर मेरे घर ले चलोगे और वहां पर
म8 य द अ?मो;नयJ से लड़कर यहोवा उ#ह. मेरे हाथ म. कर दे, तो म8 तु?हारा
धान ठहwं गा?'
'बे-शक। ;नXचय ह% हम सब तेर% इस बात के अनुसार करेग.। यहोवा हमारे
और तेरे बीच म. इन वचनJ का सुननेवाला है।'
'तो ठ©क है। कल इसी समय तक तुम सब अ?मो;नयJ से छ ु टकारा पा चुके
होगे।' ;यeतह ने उनसे कहा तो उन सब ने जैसे चैन क1 सांस ल%।
बाद म. ;यeतह ने अ?मो;नयJ के राजा के पास अपने दूतJ से खबर
5भजवायी और यह कहलवाया +क,
'तुझे मुझसे =या काम हो सकता है, जो तू मेरे देश म. लड़ने के 5लये
आया है?'
38 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये