Page 86 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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नी;तवचन -
नी;तवचन क1 पुPतक को राजा दाऊद के बेटे राजा सुलेमान ने 5लखा है.
इस पुPतक म. क ु ल 5मलाकर 31 अयाय ह8. इसी5लए इस पुPतक के 5लए
सलाह द% जाती है +क य द इसका एक अयाय रोज़ पढ़ा जाए तो यह पुPतक
एक माह म. समाeत हो जाती है. नी;तवचन क1 पुPतक कहावतJ और
लोकि=तयJ के wप म. नै;तक, धा5म0क और सामािजक 5श-ाओं का बहत ह%
ु
अbछा सं[ह है. इसके अंदर Mयादातर 5श-ाओं का स?ब#ध ;त दन के
यवहार और चलन से है. इसके लेखन का मूल त#( बुEc है और यहोवा का
भय मानना ह% बुEc का मूल है. इसके अ;त<र=त सदाचार% जीवन पर बुEc का
Lान और स{यधार% आचरण पर जीवनयापन करने का भी Lान इसम. दया
गया है. स{य पथ के माग0 पर बुEc को अपना 5म( बनाते हए, परमेXवर के भय
ु
के साथ मनुGय अपना जीवन यतीत करे; जैसी Lान से भर% 5श-ाओं से यह
पुPतक भर% पड़ी है. इसके अ;त<र=त इसक1 कई छोट%-छोट% कहावत. भी ाचीन
इ
ायल% गुqओं के मन क1 भावनाओं का भी एहसास कराती ह8. इन 5श-ाओं म.
बहत सी पा<रवा<रक जीवन से स?बि#धत ह8 तो क ु छेक दै;नक काय0-यापार से.
ु
wप-रेखा-
1. बुEc क1 Pतु;त और मह{व: 1:1-9:18
2. राजा सुलेमान के नी;तवचन: 10:1-29-27
3. आगूर के वचन: 30:1-33
4. अ#य वचन: 31:1-31
क ु लुिPसयJ क1 कल%5सया के नाम पौलुस े<रत क1 प(ी
क ु लुिPसयJ के नाम पौलुस े<रत ने अपना यह ख़त ए5शया मायनर के
शहर क ु लुPसे क1 कल%5सया को 5लखा था. क ु लुPसे नामक यह नगर इ+फसुस
नगर म. िPथत था. वाPतव म. क ु लुPसे क1 इस कल%5सया को पौलुस ने नह%ं
86 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये