Page 87 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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बसाया था, मगर +फर भी पौलुस इसक1 िज?मेदार% इस5लए महसूस करता था
=यJ+क यह उस -े( म. थी िजसका भार पौलुस के कं धJ पर था. जब पौलुस को
यह पता चला था +क क ु लुPसे क1 कल%5सया म. क ु छेक ऐसे गलत लोग भी आ
गये ह8 जो लोगJ को यह कहकर भरमाते ह8 +क परमेXवर को जानने और उcार
पाने के 5लए आि{मक धानJ और अvधका<रयJ क1 उपासना करनी चा हए और
Eवशेष धा5म0क EवvधयJ, जैसे खतना आ द को अ;नवाय0 मानना तथा भोजन
आ द अ#य बातJ से स?बि#धत बातJ को मानना चा हए. तभी पौलस ने
उपरो=त बातJ का Eवरोध करने के 5लए, सbचे मसीह संदेश के साथ यह खत
वहां क1 कल%5सया को 5लखा था. सचमुच म. पौलुस ने यह बताया था +क, उcार
नाम क1 वPतु के वल यीशु मसीह म. ह% बसी हई है. दूसर% अ#य बातJ से +कसी
ु
का भी उcार नह%ं हो सकता है.
उसने यह भी बताया था +क, मसीह के वारा ह% परमेXवर ने सार%
कायनात को बनाया था. के वल मसीह म. ह% सारे संसार के नजात क1 आशा है.
पौलुस के इस खत म. जो गौर करने वाल% बात है, वह यीशु मसीह का अनुयायी
िजसका नाम तुHखखुस था और जो उसके इस खत को क ु लुPसे ले गया था,
उसके साथ उने5समुस भी था. यह वह% गुलाम था +क िजसके प- म. पौलुस ने
अपना यह खत क ु लुPसे क1 कल%5सया को 5लखा था.
wपरेखा
1. भू5मका: 1:1-8
2. मसीह यीश यि=त{व: 1:9-2:19
3. नया जीवन, नया माग0: 2:20-4:6
4. सारांश: 4:7-18
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+कताबJ म.
***
+कताबJ म. 5लखता हँ
ू
चाहत क1 कहा;नयां,
हक1कत क1 दु;नयां म. मुहoबत नह%ं है,
ये मतलब-प<रPतJ क1 वह मह+फ़ल है,
जहां उफत क1 कोई हक1कत नह%ं है.
- शरोवन.
87 | माच - अ ैल 2020